एथलेटिक्स को छोड़ते हुए भी चैंपियन मोहम्मद फराह ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों वह चैंपियन हैं. शुक्रवार को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पहले दिन फराह ने 10000मीटर में गोल्ड जीता. फराह ने 26 मिनट 49 सेकंड में दौड़ पूरी की.
34 साल के फराह को टक्कर देने के लिए इस बार कई युवा शामिल थे. कहा जा रहा था कि शायद इस बार फराह का स्टेमिना उसका इतना साथ ना दे लेकिन यह तमाम दावे धरे के धरे रह गए. फराह ने लगातार अपना दसवां ग्लोबल गोल्ड हासिल किया.
10000मीटर में सिल्वर यूगांडा के जोशुआ चेपतगई ने जीता और 29:49:94 का समय निकाला. ब्रॉन्ज मेडल पॉल तनूई को मिला.
जीत के बाद फराह ने कहा ‘यह रेस मेरी जिंदगी की सबसे मुश्किल रेस थी. मुझे वाकई में बहुत जीत के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी. मुझे काफी चोटें आई हैं लेकिन मैं जानता हूं कि अगली रेस से पहले मैं ठीक हो जाउंगा.’
अगले शनिवार फराह 5000मीटर की रेस में उतरेंगे. यह रेस उनके करियर की आखिरी रेस होगी.
2012 लंदन ओलिंपिक में भी इसी स्टेडियम में फराह ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. यह आखिरी बार था जब वह 10000मीटर में दौड़े. उन्होंने इस चैंपियनशिप के बाद रिटायरमेंट की घोषणा की है.
फराह को सिर्फ 2011 में दक्षिण कोरिया में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इथोपिया के एथलीट इब्राहिम जेलान से अपना खिताब हारना पड़ा था. अपनी फॉर्म को मजबूत करते हुए फराह ने 2013 मे मॉस्को में आयोजित हुए विश्व चैंपियनशिप में 5,000 और 10,000 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता और तबसे वह कोई मुकाबला हारे नहीं है.