view all

मैरी कॉम ने कहा, अगर मैं फिटनेस स्तर बरकरार रखती हूं तो कोई मुझे छू भी नहीं सकता

स्टार मुक्केबाज ने कहा, अगर 48 किग्रा को ओलंपिक भार वर्ग में शामिल किया जाता है तो अच्छा होगा

Bhasha

एशियाई चैंपियनशिप में पांचवां स्वर्ण पदक जीतकर लौटी भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने कहा कि इस खेल में लगभग दो दशक बिताने के बावजूद फिट होने पर वह अजेय महसूस करती हैं. मैरी कॉम ने वियतनाम के शहर हो चि मिन सिटी में महाद्वीपीय प्रतियोगिता में 48 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता.

उन्होंने गुरुवार को गुरूग्राम में संवाददाता सम्मेलन में कहा,  ‘जब तक मैं कड़ी मेहनत जारी रखती हूं और मेरा शरीर फिट रहता है तो मैं किसी को भी हरा सकती हूं. अगर मैं अपना फिटनेस स्तर बरकरार रखती हूं तो कोई मुझे छू भी नहीं सकता.’  पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ने पांच साल से अधिक समय 51 किग्रा में बिताने के बाद 48 किग्रा में वापसी की है. 2010 में 51 किग्रा को ओलंपिक में शामिल किया गया था. मैरी कॉम ने कहा,  ‘अगर 48 किग्रा को ओलंपिक भार वर्ग में शामिल किया जाता है तो अच्छा होगा. इसमें मैं वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करती हूं.’


राष्ट्रमंडल खेलों से पहले महिला मुक्केबाजों को मिलेगा विदेशी कोच

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि भारतीय महिला मुक्केबाजों को अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से पहले विदेशी कोच मिल जाएगा. स्टीफन कोटालोर्डा के पद छोड़ने के बाद भारतीय महिला मुक्केबाजों के लिए कोई विदेशी कोच नहीं रखा गया और अब वे हाल में वियतनाम में समाप्त हुई एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य पदक लेकर वापस लौटी हैं.

सितंबर में कोटालोर्डा ने इस्तीफा देकर राष्ट्रीय शिविर में हलचल मचा दी थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें वेतन मिलने में देरी हो रही थी और उनसे जिन प्रतिबद्धताओं का वादा किया गया था, उन्हें भी पूरा नहीं किया गया था. इस विवाद से हालांकि वियतनाम में भारतीय महिला मुक्केबाजों के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा. बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, ‘विदेशी कोच के लिए नामों की छंटनी की है.'