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एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप : मैरी कॉम ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर पदक किया पक्का

शिक्षा और प्रियंका चौधरी ने भी पदक दौर में जगह बनाई

Bhasha

पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदकधारी एमसी मैरी कॉम ने शनिवार को हो चि मिन्ह सिटी (वियतनाम) में चल रही एशियाई महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना छठा पदक पक्का किया. मैरी कॉम के साथ शिक्षा (54 किग्रा) और प्रियंका चौधरी (60 किग्रा) ने भी सेमीफाइनल में प्रवेश कर पदक दौर में जगह बनाई.

मैरी कॉम ने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की मेंग चिए पिन को हराकर 48 किग्रा लाइट फ्लाइवेट वर्ग के अंतिम चार में जगह बनाई. 34 वर्षीय मैरी कॉम ने इस प्रतियोगिता के पिछले चरणों में चार स्वर्ण और एक रजत पदक जीता है. अब सेमीफाइनल में उनकी भिड़ंत जापान की सुबासा कोमुरा से होगी.


दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे पर शुरुआती तीन मिनट में ज्यादा हमले नहीं बोले और दूसरे राउंड में दोनों ने थोड़ी आक्रामकता बरती. मैरी कॉम ने अपने खेल में सुधार करते हुए चीनी ताइपे की मुक्केबाज को पस्त कर अगले दौर में प्रवेश किया. मैरी कॉम ने इस तरह एक साल से ज्यादा समय में अपना पहला पदक पक्का किया, जो इस मुक्केबाज के लिए काफी मनोबल बढ़ाने वाला है जो पिछले साल ओलंपिक क्वालिफिकेशन से चूक गई थीं.

रेलवे खेल प्रमोशन बोर्ड की शिक्षा ने उज्बेकिस्तान की फेरांगिज खोशिमोवा के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया और अपनी प्रतिद्वंद्वी को जरा भी मौका नहीं दिया. इससे जजों ने शिक्षा के हक में सर्वसम्मत फैसला किया. शिक्षा अब सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की लिन यु टिंग से भिड़ेंगी. प्रियंका ने भी श्रीलंका की दुलानजानी लंकापूरायालागे के खिलाफ बाउट में दबदबा बनाया और उन्हें 5-0 से जीत दर्ज करने में जरा भी दिक्कत नहीं हुई.

इससे पहले, सीमा पूनिया ने 81 प्लस कटेगरी में जीत हासिल करते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया. हालांकि विश्व चैंपियनशिप की रजत पदकधारी स्वीटी बूरा (75 किग्रा) ओलंपिक कांस्य पदकधारी लि कियान से 0-5 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं