प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवा खिलाड़ी हिमा दास के जोश और पैरा एथलीट्स के जज्बे के इस तरह से कायल हुए कि उन्होंने दिल खोलकर मन की बात की. प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम मन की बात के जरिए हिमा दास के अलावा तमाम चुनौतियों से लड़कर शिखर पर पहुंचने वाली पैरा एथलीट एकता भयान, योगेश कठुनिया और सुंदर सिंह गुर्जर को शुभकामनांए दी. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले फिनलैंड में चल रही जूनियर अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर की दौड़ में भारत की बहादुर बेटी और किसान पुत्री हिमा दास ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है.
उन्होंने कहा कि देश की एक और बेटी एकता भयान ने मेरे पत्र के जवाब में इंडोनेशिया से मुझे ईमेल किया. एकता अभी वह वहां एशियाई खेलों की तैयारी कर रही हैं. मोदी ने कहा कि ईमेल में एकता ने लिखा कि किसी भी एथलीट के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्षण वो होता है जब वो तिरंगा पकड़ता है और मुझे गर्व है कि मैंने वो कर दिखाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सब को भी आप पर गर्व है. आपने देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि ट्यूनिशिया में विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री 2018 में एकता ने स्वर्ण और कांस्य पदक जीते हैं. उनकी यह उपलब्धि विशेष इसलिए है कि उन्होंने अपनी चुनौती को ही अपनी कामयाबी का माध्यम बना दिया. पीएम ने बताया कि एकता भयान का 2003 में सड़क दुर्घटना के कारण उसके शरीर के नीचे का हिस्सा नाकाम हो गया, लेकिन इस बेटी ने हिम्मत नही हारी और खुद को मजबूत बनाते हुए यह मुकाम हासिल किया.
मोदी ने कहा कि एक और पैरा एथलीट योगेश कठुनिया ने बर्लिन में पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में डिस्कस थ्रो और जैवेलिन थ्रोअर में वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करते हुए गोल्ड मेडल जीता. उनके साथ सुंदर सिंह गुर्जर ने भी जैवेलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीता था. पीएम मोदी ने कहा कि मैं एकता भयान, योगेश कठुनिया और सुंदर सिंह के हौसले और जज्बे को सलाम करता हूंं, बधाई देता हूं. आप और आगे बढ़ें, खेलते रहें, खिलते रहें.