मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतनेवाली संजीता चानू के डोपिंग विवाद में केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से हस्तक्षेप करने की अपील की है. उन्होंने पत्र लिखकर खेल मंत्रालय से ये अपील की.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसा हो सकता है कि वेटलिफ्टर के नमूने की पहचान में गलती हुई हो.
हाल ही में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में संजीता ने महिलाओं के 53 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था. इस खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर ने फिलहाल के लिए निलंबित कर दिया है.
इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने भी किया है चानू का समर्थन
संजीता को हालांकि भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) के महासचिव सहदेव यादव का समर्थन हासिल है जिन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि यह मणिपुरी खिलाड़ी निर्दोष है. यादव ने कहा कि यह हमारी समझ से परे हैं कि डोप परिणाम में इतनी देर क्यों की गई. नमूना लिए जाने के बाद उसने नवंबर में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और इसके बाद उसने अप्रैल में गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड भी जीता. हम इसके खिलाफ लड़ेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है.
उन्होंने कहा, 'किसी भी मामले में हम ‘ बी ’ नमूने की जांच के लिए लिखते हैं. परिणाम मिलने के बाद हम (अंतरराष्ट्रीय महासंघ में) मामला रखने के लिए शीर्ष वकील की सेवाएं लेंगे. मुझे पक्का विश्वास है कि संजीता ने कोई प्रतिबंधित दवाई नहीं ली. मुझे पूरा विश्वास है कि हम उसे निर्दोष साबित करने में सफल रहेंगे.'