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टेनिस में भी लगा फिक्सिंग का कलंक, विंबलडन के मैचों की हो रही है जांच

तीन मुकाबलों के फिक्स होने का शक.

FP Staff

क्रिकेट के खेल में तो मैच फिक्सिंग की बात पूरी दुनिया जानती है. लेकिन अब टेनिस प्रेमियों को भी फिक्सिंग का झटका लग सकता है. अब टेनिस में भी फिक्सिंग का शक जाहिर किया जा रहा है. और यह शक किसी छोटे-मोटे टूर्नामेंट में नहीं बल्कि टेनिस के सबसे बड़े टूर्नामेंट्स यानी ग्रैंडस्लैम में पैदा हुआ है.

इस साल ग्रैंड स्लैंम टूर्नामेंट-फ्रेंच ओपन और विंबलडन में खेले गए कुछ मैचों की टेनिस इंटीग्रिटी युनिट यानी टीआईयू द्वारा जांच की जाएगी. एक रिपोर्ट के अनुसार, मैच फिक्सिंग की आशंका के मद्देनजर  इन मैचों की जांच की जा रही है.


इसमें फ्रेंच ओपन के एक मैच और विंबलडन ओपन के तीन मैचों की जांच की जाएगी. इनमें से दो मैच क्वालीफाइंग टूर्नामेंट और एक मुख्य ड्रॉ का मैच है. इसमें असमान्य सट्टेबाजी होने का शक जताया जा रहा है ऐसी शंका है कि मैच को फिक्स किया गया था और नजीते पहले ही तय थे.

टीआईयू ने कहा कि अप्रैल से जून, 2017 तक उसे इस प्रकार के 53 मामलों की चेतावनी मिली है. इसमें तीन एटीपी और एक डब्ल्यूटीए टूर का मैच शामिल है. खेल को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए यह फैसला किया गया है. टेनिस खेल प्रेमियों को साफ सुथरा मैच देखने को मिले और लोगों के साथ धोखा ना हो टीआईयू यही चाहती है.

इस साल की पहली छमाही में टीआईयू को मैच फिक्सिंग के 83 मामलों की चेतावनी मिली है. इससे पहले, 2016 की पहली छमाही में भी इस प्रकार के 38 मामलों की चेतावनी मिली थी.