हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ प्रेक्टिस मैच समझे जाने वाले भारत के पहले मुकाबले में 20 साल के खलील अहमद को डेब्यू का मौका दिया गया है. राजस्थान के टोंक के रहने वाले इस गेंदबाज की प्रतिभा को निखारने में टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का खास योगदान रहा है. दिलचस्प बात ये है कि खलील की गेंदबाजी रफ्तार 148Kmph के करीब की है, जो अपने आपमें शानदार है.
खलील बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन खलील के पिता खुर्शीद को उनका क्रिकेट खेलना पंसद नहीं था, क्योंकि पेशे से कंपाउंडर पिता अपने बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे. जबकि कई बार खलील को क्रिकेट खेलने के कारण पिता के हाथों पिटाई भी खानी पड़ी. इसके बाद कोच इम्तियाज अली खान ने अहम भूमिका निभाई और खलील के पिता को राजी कर लिया.
2016 में पहली बार सुर्खियों में आए
वैसे खलील अहम ने अंडर-14 राजसिंह डूंगरपुर ट्रॉफी में चार मैचों में 26 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था. साल 2016 के आईपीएल सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 10 लाख रुपए की कीमत पर अपनी टोली में शामिल किया. हालांकि पूरे सीजन ये युवा बेंच पर बैठा रहे.
यही नहीं, खलील 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी टीम का हिस्सा थे और ईशान किशन की टीम के लिए उन्होंने छह मैचों में तीन विकेट लिए. इसके बाद फरवरी 2017 में उन्होंने राजस्थान के लिए टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया. वहीं इसी साल अक्टूबर में वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने में सफल रहे.