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मोदी सरकार बताए आखिर मजदूर की बेटी को वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्यों नहीं चुना गया

केरल हाइकोर्ट ने पूछा सवाल

FP Staff

केरल उच्च न्यायालय ने गुरुवार को केंद्र सरकार से राज्य की स्टार एथलीट पी. यू. चित्रा को विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए भारतीय दल में शामिल न करने पर सफाई मांगी है. उल्लेखनीय है कि अगले माह आयोजित होने वाले विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए चित्रा ने क्वालिफाई किया था.

अदालत ने चित्रा के कोच एन. एस. सिजिन की ओर से दायर की गई याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है. केंद्र को इस मामले में शुक्रवार को क्वालिफाई करने वाली प्रक्रिया पर जानकारी देने के लिए कहा गया है.


उच्च न्यायालय ने यह भी कहा है कि अगर केंद्र के पास इस प्रकार के मामलों में हस्तक्षेप करने के अधिकार हैं, तो इसके नियमों में प्रासंगिक प्रावधान को विस्तार से बताया जाए. अदालत ने केंद्र से विभिन्न खेल संगठनों के धन के स्रोत की व्याख्या करने के लिए भी कहा है.

इस सप्ताह की शुरुआत में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने चित्रा को टीम से बाहर किए जाने की प्रक्रिया पर निराशा जताते हुए केंद्र को पत्र भी लिखा था. विजयन ने इस बात की भी जानकारी दी कि राज्य सरकार चित्रा की मदद के लिए हर कोशिश करेगी, क्योंकि वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं.

केरल के पल्लकड की रहने वाली चित्रा के माता-पिता खेतों में दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूर हैं. लंबी दूरी की धाविका चित्रा ने 2014 में रांची में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता से लोकप्रियता हासिल की थी. इसके बाद से ही उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल कीं.

चित्रा ने दक्षिण एशियाई खेलों और इस साल भुवनेश्वर में आयोजित हुए 22वें एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप-2017 में स्वर्ण पदक जीता था.