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साल बाद चैंपियन बनेगी टीम इंडिया!

जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट गुरुवार से लखनऊ में

FP Staff

तब गगन अजीत सिंह कप्तान थे, अब हरजीत सिंह हैं. 15 साल बीत गए. हरजीत तब छह साल के थे, जब भारतीय टीम ने पिछली बार जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप जीता था. उस टीम के गगन अजीत सिंह, जुगराज सिंह, दीपक ठाकुर, प्रभजोत सिंह, अर्जुन हलप्पा, देवेश चौहान... हर कोई इंटरनेशनल हॉकी से हट चुका है. वो टीम थी, जिसने भविष्य की उम्मीदें बंधाई थीं. 15 साल एक और टीम है, जो उम्मीदें बंधा रही है.

भारतीय टीम गुरुवार की शाम कनाडा के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी, जो एक तरह से भारतीय टीम जैसी ही है. कनाडा टीम में हमेशा भारतीय मूल के खिलाड़ी होते हैं. इस बार भी हालात अलग नहीं हैं.


भारतीय टीम है खिताब की दावेदार

वर्ल्ड कप के लिहाज से सबसे कामयाब टीम जर्मनी के कोच वैलेंटीन एटेनबर्ग मानते हैं कि भारतीय टीम सबसे बड़ी दावेदार है. भारतीय टीम के कोच हरेंद्र सिंह भी कह चुके हैं कि जिस तरह की टीम है, उसे जीतना ही चाहिए. भारत में लगातार दूसरी बार जूनियर वर्ल्ड कप हो रहा है. चार साल पहले दिल्ली में हुए टूर्नामेंट में टीम का प्रदर्शन कमजोर रहा था. जर्मनी वहां जीता था. भारत सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सका था.

16 टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है. भारतीय टीम पूल डी में है, जिसमें कनाडा,  इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका बाकी टीमें हैं. ग्रुप की टॉप दो टीमें अगले राउंड में पहुंचेंगी. अगर भारतीय टीम अपने पूल की टॉप दो टीमों में रहती है, तो उसे अगले राउंड में पूल सी की टॉप टीमों से खेलना होगा. उस पूल में जर्मनी, न्यूजीलैंड और स्पेन जैसी मजबूत टीमें हैं.

कई खिलाड़ी सीनियर टीम का भी रहे हैं हिस्सा

भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो सीनियर टीम का हिस्सा रहे हैं. चाहे वो कप्तान हरजीत सिंह हों, मनदीप सिंह, हरमनप्रीत सिंह या विकास दहिया. भारतीय टीम को वर्ल्ड कप की सबसे अनुभवी टीम माना जा रहा है. सीनियर टीम के चीफ कोच रोलंट ओल्टमंस को भरोसा है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी. ओल्टमंस ने टीम के साथ पिछला कुछ समय बिताया है. जूनियर टीम की तैयारी की वजह से ओल्टमंस सीनियर टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं गए थे.

भारत को कनाडा के साथ मैच के बाद 10 दिसंबर को इंग्लैंड और 12 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है. पहले दिन पूल सी में न्यूजीलैंड का मुकाबला जापान से, इसी पूल में जर्मनी का मुकाबला स्पेन से और पूल डी में इंग्लैंड का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा.