अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी ज्योति गुप्ता का शव रोहतक रेलवे लाइन पर पड़ा मिला. वह सोनीपत की रहने वाली थीं. परिजनों ने बताया कि ज्योति बुधवार सुबह ही रोहतक में महर्षि दयानंद विवि जाने के लिए घर से निकली थी.
मौत के कारणों के बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. परिजन ज्योति की मौत को आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
बृहस्पतिवार सुबह ज्योति के पिता प्रमोद गुप्ता, मां बबली व कोच अनिल कुमार अन्य परिजनों के साथ रेवाड़ी पहुंचे. प्रमोद गुप्ता ने बताया कि ज्योति बीए कर चुकी थी. बुधवार सुबह उसने बताया था कि उसके सर्टिफिकेट में दर्ज नाम में गलती है, उसे ठीक कराने के लिए एमडीयू रोहतक जा रही है.
सुबह करीब 11 बजे वह घर से निकली थी. शाम को साढ़े पांच बजे ज्योति की अपनी मां बबली से बात हुई थी. ज्योति ने बताया था कि उसकी बस रास्ते में खराब हो गई. एक घंटे में वह घर पहुंच जाएगी. देर शाम तक जब ज्योति घर नहीं पहुंची तो संपर्क करने का प्रयास किया, परंतु मोबाइल स्विच ऑफ मिला.
रात में ज्योति के मोबाइल से जब पुलिस ने बात की तब परिजनों को घटना के बारे में जानकारी मिली. जांच अधिकारी एएसआइ उर्मिला देवी ने बताया कि ज्योति के रेवाड़ी पहुंचने और मौत की घटना की जांच की जा रही है. परिजनों से भी जानकारी जुटाई जा रही है.