अब तक हर चार साल पर होने वाला जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप अबसे हर दो साल में होगा. यह अलग बात है कि घोषणा करने के बाद फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल हॉकी यानी एफआईएच के सीईओ थियरी वील यह नहीं बता सके कि अगला टूर्नामेंट और मेजबान देश कौन सा होगा.
पिछला हॉकी वर्ल्ड कप दिसंबर 2016 में लखनऊ में हुआ था. भारत ने खिताब जीता था. तबके नियम के अनुसार अगला वर्ल्ड कप 2020 में होना चाहिए. लेकिन नए नियम के तहत अब यह साफ नहीं कि 2019 में इसे आयोजित कराया जाता है या 2020 में.
एफआईएच की तरफ से यही कहा गया कि एक्जीक्यूटिव बोर्ड ने शुक्रवार को ही फैसला किया है. ऐसे में मेजबान देश या समय का फैसला नहीं हो सका है. एफआईएच सीईओ वील ने कहा, ‘मेरे विचार से यह 2021 में होना चाहिए. लेकिन हम अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. मुझे कनफर्म कर लेने दीजिए.’ दिलचस्प है कि अगर 2021 में वर्ल्ड कप होता है तो यह पांच साल बाद होगा.
वील ने कहा कि अगले जूनियर और सीनियर वर्ल्ड कप के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसे अगले साल तक तय कर लिया जाएगा, ‘2022 सीनियर वर्ल्ड कप कहां होगा, इसके लिए हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है. हम जुलाई 2022 या जनवरी 2023 में वर्ल्ड कप कराएंगे. बिडिंग प्रोसेस फरवरी, 2019 में खत्म होगा. उसके बाद तय होगा कि वर्ल्ड कप कहां होना है. जूनियर वर्ल्ड कप के लिए भी फैसला 2019 में होगा.’
इसके अलावा, एफआईएच मीटिंग में हॉकी 5, रैंकिंग सिस्टम और इंटरनेशनल कैलेंडर पर भी फैसले लिए गए. खासतौर पर रैंकिंग सिस्टम पर फैसला अहम है, क्योंकि हॉकी में रैंकिंग सिस्टम बेहद जटिल है. इसके अलावा, यह भी फैसला हुआ कि अगली बार से वर्ल्ड कप इतने लंबे वक्त के लिए नहीं होगा. वील ने कहा, ‘हमने फैसला किया है कि टूर्नामेंट दो सप्ताह और एक दिन (15 दिन) के लिए होगा. टीमों से बात करने के बाद यह फैसला किया गया है.’ इस बार बहुत लंबे वर्ल्ड कप को लेकर तमाम बातें हुई थीं.