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जब सायना, मैरीकॉम और हीना सिद्धू मिले अपने 'हीरो' से

स्पेशल ओलिंपिक्स में भारत को 37 स्वर्ण, 10 रजत और 26 कांस्य पदक मिले

FP Staff

ये वो दिन था, जब हीरो को अपने हीरो मिल रहे थे. ये वो दिन था, जब दुनिया कदमों में झुकाने वालों को ऐसे लोग मिल रहे थे, जिनसे वो प्रेरणा ले सकें. दिन कुछ खास था, क्योंकि ये दिन कुछ खास लोगों के सम्मान समारोह का था. ये खास लोग थे स्पेशल ओलिंपिक्स में भारत को 73 मेडल दिलाने वाले एथलीट. वो एथलीट, जो बौद्धिक क्षमता में आम लोगों से अलग है. लेकिन स्पेशल हैं.

तभी ओलिंपिक पदक जीतने वाली मैरीकॉम ने कहा कि आप मेरे लिए हीरो हैं. आप मुझे प्रेरित करते हैं. मैरी कॉम ने कहा, ‘मुझे आप लोगों पर गर्व है. आप लोगों ने मेरी फिल्म में मेरी मुश्किलें, मेरे संघर्ष को देखा होगा. आप सब मेरी यात्रा से परिचित होंगे. आपने उसी तरह अपने संघर्षों पर जीत दर्ज की है.’


एक और ओलिंपिक पदक विजेता सायना नेहवाल को इस दिन अपने मुश्किल दिन याद आए. वो दिन, जब वो घुटने के ऑपरेशन के बाद निराशा के भंवर में फंसी हुई थीं. उन्होंने कहा, ‘आपसे मिलकर मुझे ताकत मिली है. अगर आप ये कामयाबी पा सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं.’ उन्होंने कहा कि घुटने की सर्जरी के बाद वो बेहद निराश थीं. ऐसा लग रहा था कि वापसी नहीं कर पाएंगी. लेकिन वापसी की. उन्होंने कहा कि इन स्पेशल लोगों से मिलकर उनमें हौसला और बढ़ा है.

ये सब उस कार्यक्रम में थे, जहां पदक विजेता 73 एथलीट मौजूद थे. ये सभी ऑस्ट्रिया में हुए स्पेशल विंटर ओलिंपिक्स में पदक जीतकर लौटे हैं. कुल 2600 एथलीटों ने इसमें भाग लिया. 105 देशों के इस इवेंट में भारत को 37 स्वर्ण, 10 रजत और 26 कांस्य पदक मिले. इवेंट 18 से 24 मार्च के बीच हुआ था. भारत के 89 एथलीट इसमें हिस्सा लेने गए थे. विजेताओं की देश वापसी पर हर्बालाइफ की तरफ से नई दिल्ली के पांच सितारा होटल में उनके लिए स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था.

पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरीकॉम और पूर्व विश्व नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल के अलावा शूटर हीना सिद्धू भी मौजूद थीं. हीना ने कहा कि खिलाड़ियों की जिंदगी वैसे भी कड़ी मेहनत के साथ जुड़ी होती है, ‘एथलीट की जिंदगी उतार-चढ़ाव से भरी होती है. आप लोगों का सफर हमारे मुकाबले और मुश्किल रहा होगा. मेरे लिए ये गौरव की बात है कि यहां मौजूद हूं.’