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और अब डोपिंग में फंस गया 100 मीटर की रेस का भारतीय फर्राटा किंग!

100 मीटर की रेस में 10.26 सैकेड्स का फर्राटा भरने वाले मंजीत पर नाडा ने लगाया बैन

FP Staff

भारतीय एथलेटिक्स में डोपिंग का कहर बरकरार है. नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी नाडा से क्लीन चिट मिलने का बाद वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी यानी वाडा की जांच में फंसे भारत के पांच एथलीट्स के बाद अब गोल्ड मेडलिस्ट और नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाले एथलीट भी डोपिंग में फंस गया है.

यह एथलीट है संजीत जिसने हाल ही में इंटकर सर्विसेज एथिलेटिक्स मीट में नेशनल रिकॉर्ड की बराबरी करके सबको चौंका दिया था. अमर उजाला की खबर के मुताबिक संजीत को मेटालिक मोड्यूलेटर (GW 1516)  के सेवन का दोषी पाया गया है. इसके अलावा एनबॉलिक एजेंट सेलेक्टिव एंड्रोजेंट रिसेप्टर मॉड्य़ूलेटर के अंश भी उनके नमूने में पाए गए हैं. यह संभवत: पहला मामला है जिसमें कोई भारतीय एथलीट इन पदार्थों का दोषी पाया गया है. संजीत पर नाडा में तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है.


इसी साल सितंबर में संजीत ने कर्नाटक में हुई इंटर सर्विसेज एथलेटिक्स मीट में 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल जीता था. 100 मीटर की रेस में उन्होंने अमय मलिक के नेशनल रिकॉर्ड यानी 10.26 सेकेंड्स के रिकॉर्ड की बराबरी की थी. यह बात और है कि एथलेटिक्स फडरेशन ने अमय के रिकॉर्ड को भी मान्यता नहीं दी है और अभी तक 2005 में बने अनिल कुमार प्रकाश के 10.30 सैकेंड्स से रिकॉर्ड को ही भारतीय रिकॉर्ड माना जाता है. संजीत ने इसके बाद नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10.39 सैकेंड्स के साथ 100 मीटर और 21.30 सैकंड्स की टाइमिंग के साथ 200 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल हासिल किया था.

चार महीने के भीतर भारत के नौ एथलीट्स डोपिंग में फंस चुके हैं.