एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट हिमा दास को बुधवार को एक खास कार्यक्रम में यूनीसेफ इंडिया का युवा एंबेसेडर बनाया गया. बतौर यूथ एंबेसेडर उनका काम बच्चों के अधिकारों और आवश्यकताओं के बारे में जागरुकता फैलाने, बच्चो की आवाज को बुलंद करने में उनकी मदद करेगी. इसके अलावा हिमा दास युवाओं को सही निर्णय लेने में भी मदद करेगी.मुझे उम्मीद है कि मैं ज्यादा से ज्यादा बच्चों को उनके सपने पूरा करने के लिए प्रेरित करने में सक्षम होउगी.
जुलाई 2018 में फिनलैंड में हुए वर्ल्ड अंडर 20 चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर दुनिया की नजर में आने वाली हिमा दास अब देश में युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं. हिमा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा का गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया था. वह विश्व चैंपियनशिप में ट्रेक स्पर्धा का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय हैं. इसके बाद भारत की इस युवा खिलाड़ी ने हाल में जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में महिलाओं की 4* 400 मीटर में गोल्ड, मिक्स्ड 4*400 मीटर और 400 मीटर में दो सिल्वर मेडल जीते. इससे पहले अप्रेल में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में वह पदक जीतने से चूक गई थी. गोल्ड कोस्ट में 400 मीटर स्पर्धा में वह छठें स्थान पर रही थी. हिमा को 2020 टोक्यो ओलिंपिक में भारत की एक बड़ी उम्मीद माना जा रहा है.