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भारतीय खिलाड़ियों और फेडरेशंस के लिए जल्द लागू होगी 'रूल बुक' !

खेल मंत्री ने कहा खेल प्रशासन को पारदर्शी और प्रभावी तरीके से चलाने के लिए सरकार राष्ट्रीय खेल संहिता तैयार कर रही है

FP Staff

केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि देश में खेल प्रशासन को पारदर्शी और प्रभावी तरीके से चलाने के लिए सरकार राष्ट्रीय खेल संहिता तैयार कर रही है.

प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने यहां आए राठौड़ ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘हम खेल संगठनों और विभिन्न खेल महासंघों को पारदर्शी और प्रभावी तरीके से चलाने के लिए राष्ट्रीय खेल संहिता तैयार कर रहे है.’’ हालांकि खेल मंत्री ने यह भी कहा कि खेल संगठनों और महासंघों में किसी विशेष वर्ग के लोग न हों ऐसा कोई सिद्धांत तय नहीं किया जा सकता है.


उन्होंने कहा ‘यह व्यक्ति की काबिलियत पर भी निर्भर करता है कि वह व्यक्ति कैसा काम करता है. जिस तरह से राजनीति बदल रही है, उसमें मुझे यकीन है कि अच्छे लोग आएंगे. और आगे आने की जद्दोजहद तो सभी को करनी पड़ती है.’ राठौड़ ने यह भी कहा कि सरकार का ध्यान स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में है.

उन्होंने कहा ‘हमारा फोकस इस बात पर है कि हर बच्चे तक खेल पहुंचे. इसके लिए हमने खेल इंडिया कार्यक्रम चालू किया है. अब तक विभिन्न योजनाओं के तहत आधारभूत ढांचा तैयार करने में बड़ा खर्च किया जा रहा था जो कि देश के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा था. लेकिन अब खेल इंडिया के तहत युवा खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी.’ उन्होंने बताया किए खेल मंत्रालय स्कूलों में खेलों के लिए 40 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है. इन खेलों का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा. इसमें जो अच्छी प्रतिभा होगी उस प्रतिभा को स्कॉलरशीप भी देंगे. देश में हर साल 1,000 खिलाड़ी चुनेगें और एक खिलाड़ी को हर साल पांच लाख रूपए मिलेगा और यह रकम आठ साल तक देते रहेगें.