view all

भारतीय रेलवे में खिलाड़ियों के लिए 'क्लास वन अधिकारी' बनने की राह हुई आसान

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी नई प्रमोशन नीति को मंजूरी

FP Staff

भारत में बात अगर खिलाड़ियों को मिलने वाले रोजगार की हो तो इसमें सबसे पहला नंबर भारतीय रेलवे का आता है. देश के कई बड़े एथलीट भारतीय रेलवे के कर्मचारी रहे हैं लेकिन अक्सर इन खिलाड़ियों के प्रमोशन को लेकर कई विवाद भी सामने आते रहे हैं.

भारतीय रेल में खेल कोटे से आने वाले कर्मचारियों के पास अधिकारी रैंक हासिल करने का अब सुनहरा मौका रहेगा क्योंकि केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नई प्रमोशन पॉलिसी को मंजूरी दी जो उन्हें ओलिंपिक पदक विजेता नहीं होने पर भी पदोन्नति के योग्य बना सकती है.


नई नीति के अनुसार, कोई भी खिलाड़ी जो दो बार ओलिंपिक खेलों में भाग ले चुका है और उसने एशियाई खेलों या  कॉमनवेल्थ गेम्स या विश्व चैंपियनशिप में पदक जीते हैं तो उसे अधिकारी रैंक पर पदोन्नत किया जाएगा.

इसके अलावा, पद्मश्री से सम्मानित और अर्जुन या राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जैसे किसी राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के विजेता भी पदोन्नति के लिए योग्य होंगे.

रेलवे की 2016 रियो ओलिंपिक तक खेल कोटे से आने वाले कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए स्पष्ट नीति नहीं थी. रियो खेलों के बाद संस्था ने केवल पदक विजेताओं और ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहने वालों के नामों पर पदोन्नति के लिए विचार करने का फैसला किया था.

(एजेंसी इनपुट के साथ)