भारत भले ही अब तक किसी भी ओलिंपिक में 10 मेडल नहीं जीत पाया हो लेकिन भारतीय ओलिंपिक संघ यानी आईओए देश में ओलंपिक खेलों की मेजबानी का दम भर रही है. आईओए के अध्यक्ष एन.रामचंद्रन ने दावा किया है कि भारत सरकार ने आईओए को ओलिंपिक खेलों की मेजबानी का दावा ठोकने की हरी झंडी दे दी है.
तमिलनाडु ओलिंपिक एसोसिएशन का दोबारा अध्यक्ष चुने जाने के मौके पर रामचंद्रन ने कहा कि आईओए साल 2032 के ओलिंपिक खेलों के मेजबानी के लिए कमर कस रही है.हालांकि रामचंद्रन के इस दावे के बाद भारत सरकार के खेल मंत्रालय की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नही आई है.
2020 में टोक्यो ओलिंपिक के बाद 2024 और 2028 के ओलिंपिक की मेजबानी के लिए पेरिस और लॉस एंजेल्स को सौंपी जाएगी. 2032 के ओलिंपिक खेलों की मेजबानी को निर्धारित करने की प्रक्रिया 2020 में ही शुरू होगी.
आईओए इससे पहले 2030 के एशियाई खेलों के मेजबानी की दावेदारी का इरादा भी जता चुका है. हालांकि ओलिंपिक की दावेदारी पेश करने के लिए अभी तक किसी शहर का चयन नहीं किया गया है लेकिन आईओए में चर्चा है कि इसके लिए दिल्ली का नाम आगे किया जा सकता है.
दिल्ली में इससे पहले साल 2010 में कॉमनवेल्थ खेलों का आयोजन किया गया था. साल 1982 में एशियाई खेलों के आयोजन के बाद यह भारत में खेलों का सबसे बड़ा आयोजन था.