हाल ही में भारतीय फुटबॉल टीम के कुछ बड़े खिलाड़ियों ने चीफ कोच स्टीफन कॉन्सटेन्टाइन के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया था लेकिन अब वह भारतीय फुटबॉल के इतिहास में सबसे लंबे कार्याकाल वाले कोच बनने जा रहेहैं. इंग्लैंड के स्टीफन कॉन्सटेन्टाइन ने कहा है उन्होंने अनुबंध में विस्तार की ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन यानी एआईएफएफ की पेशकश कबूल कर ली है जिससे खेल के हतिहास में राष्ट्रीय टीम को सबसे अधिक समय तक कोचिंग देने वाले कोच बनेंगे.
कॉन्सटेन्टाइन के मार्गदर्शन में भारत ने पिछले साल अक्टूबर में मकाऊ को 4-1 से हराकर 2019 एएफसी एशिया कप के लिए क्वालिफाइ किया. भारतीय टीम साथ ही लगातार 13 मैचों में अजेय भी रही.
कॉन्सटेन्टाइन ने कहा, ‘अखिल एआईएफएफ के साथ दूसरा अनुबंध विस्तार स्वीकार करने के बाद मैं भारतीय इतिहास में सबसे अधिक समय तक सेवा देने वाला विदेशी कोच बनूंगा जो कुल सात साल का कार्यकाल (2002-2005, 2015-2019) होगा.’
कॉन्सटेन्टाइन ने हालांकि यह नहीं बताया कि उनके वेतन में इजाफा हुआ है या नहीं जो उन्होंने मांग की थी.
कॉन्सटेन्टाइन ने जब जिम्मेदारी संभाली तब भारतीय टीम फीफा रैंकिंग में 173वें पायदान पर थी जिसके बाद टीम लगभग 21 साल में पहली बार शीर्ष 100 में जगह बनाने में सफल रही.
उन्होंने कहा, ‘बेशक मुझे इस पर और दोनों कार्यकाल में हमारी उपलब्धियों पर काफी गर्व है. इस बार एशिया कप 2019 के लिए क्वालिफाइ करना, सैफ चैंपियनशिप जीतना और भारत को आधुनिक इतिहास की सर्वश्रेष्ठ 96वीं रैंकिंग पर पहुंचाना सभी शानदार उपलब्धियां हैं.’