यह भले ही सुनने में अजीब सा लगे लेकिन भारत के ट्रैक एवं फील्ड के कई एथलीटों को मुंह खुला रखकर मुस्कराते हुए फोटो खिंचवाना महंगा पड़ा क्योंकि आगामी एशियन गेम्स के लिये आयोजकों ने उनके एक्रीडिटेशन कार्ड बनाने से इनकार कर दिया है.
भारतीय ओलंपिक संघ यानी आईओए ने 19 एथलीटों और दो अधिकारियों से तुरंत सही फॉर्मेट में अपने नए फोटो भेजने के लिये कहा है ताकि एक्रिडिटेशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सके.
एएफआई के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘आईओए ने हमें एक्रिडिटेशन कार्ड तैयार करने की प्रक्रिया के संबंध में कड़े दिशानिर्देश भेजे थे. यह भले ही अजीब सा लगे लेकिन आयोजकों ने असल में निर्देश दिये थे कि आपकी फोटो मुस्कराते हुए नहीं होनी चाहिए तथा आप अपने दांत दिखाते हुए फोटो नहीं खींच सकते. इसके अलावा खिलाड़ी के पीछे का हिस्सा (बैकग्राउंड) सफेद होना चाहिए.’
इन 19 एथलीटों में जो सबसे बड़ा नाम है वह महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में मौजूदा चैंपियन और रियो ओलंपियन निर्मला शेरोन हैं.उनका फोटो इसलिये नामंजूर कर दिया गया क्योंकि पीछे का हिस्सा सफेद नहीं था.
एक्रिडिटेशन कार्ड मिलने का मतलब यह नहीं है कि संबंधित एथलीट एशियाई खेलों के लिये चुने जाएंगे. प्रचलित प्रक्रिया के तहत संभावित सूची में शामिल सभी एथलीटों के एक्रिडिटेशन कार्ड बनवा दिए जाते हैं। इसके बाद जिसका चयन होगा वह खेलों में भाग लेगा.