मौजूदा विजेता और विश्व की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया ने हॉकी विश्व कप में पूल बी के मुकाबले में चीन को बुरी तरह से हरा दिया. क्वार्टर फाइनल में पहले ही स्थान बना चुकी ऑस्ट्रेलिया ने चीन को 11-0 से हार का चेहरा दिखाया. इस टूर्नामेंट में यह किसी टीम की सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले नेदरलैंड्स ने मलेशिया को 7-0 से हराकर टूर्नामेंट की बड़ी जीत हासिल की थी.2010 में ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका पर 12-0 से जीत दर्ज की थी, जो विश्व रिकॉर्ड है.
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हालांकि इस हार के बावजूद चीन के पास क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के लिए एक मौका और बचा है. इसी पूल के दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड और आयरलैंड में से कोई भी टीम अगर दूसरी टीम को हरा देगी, तो उस विजेता टीम के साथ चीन को भी क्रॉसओवर खेलने का मौका मिल जाएगा. वहीं अगर इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच मुकबला ड्रॉ हो जाता है तो ऐसी स्थिति को वो गोल के अंतर पर वो दोनों टीमें क्रॉसओवर खेलेगी, जबकि चीन का सफर थम जाएगा.
ब्लैक गोवर्स ने लगाई हैट्रिक
ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच खेले गए मुकाबले में गोल करने का सिलसिला पहले क्वार्टर के 10 मिनट से ही शुरू हो गया और इसके बाद दना दन गोल होने शुरू हो गए. ऑस्ट्रेलिया के ब्लैक गोवर्स ने हैट्रिक लगाई. उन्होंने 10वें, 19वें और 34वें मिनट पर गोल दागा. वहीं टिम ब्रैंड ने दो गोल किए. ब्रैंड ने 33वें और 55वें मिनट में गोल किया. ऑस्ट्रेलिया की ओर से एरान जालेस्की, टॉम क्रेग, जेज हेवर्ड, जैक वैटन, टिम ब्रैंड, डेसन और फ्लिन ओगल्वी ने एक एक गोल किया.
पहले हाफ में कर दिए थे आधे दर्जन गोल
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले हाफ में ही आधे दर्जन गोल करके दूसरे हाफ की और मुकाबले की तस्वीर को साफ कर दिया था. दूसरे हाफ में भी ऑस्ट्रेलिया के गोल करने का सिलसिला जारी रहा और दूसरे हाफ में पांच मैदानी गोल करके इस अंतर को बढ़ा दिया.