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एशियाड की नाकामी के बाद सरदार तो गए... क्या अब पीआर श्रीजेश की बारी है!

हॉकी इंडिया की रिपोर्ट- एशियाड में मिली हार की जिम्मेदारी सीनियर खिलाड़ियों पर, अब हर टूर्नामेंट में होगा श्रीजेश के खेल का आंकलन

FP Staff

एशियन गेम्स में भारतीय मेंस हॉकी टीम के नाकाम प्रदर्शन के बाद सीनियर खिलाड़ी सरदार सिंह तो हॉकी से सन्यास ले चुके हैं और एक और स्टार खिलाड़ी पीआर श्रीजेश भी हॉकी इंडिया के रडार पर आ गए हैं. दरअसल एशियन गेम्स के बाद हॉकी के हाइ परफॉर्मेंस डायरेक्टर डेविड जॉन ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में टीम के सीनियर खिलाड़ियों पर उंगली उठाई है.

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि सरदार सिंह, एसवी सुनील, रुपिंदर पाल और पीआर श्रीजेश जैसे सीनियर खिलाड़ी जरूरत के वक्त अपने खेल की दम पर पूरी टीम को मनोबल बरकरार रखने का काम नहीं कर सके.


सरदार ने तो एशियाड के बाद संन्यास से ले लिया और एसवी सुनील के साथ रुपिंदर पाल को ओमान में 18-28 अक्टूबर के बीच होने वाली हीरो चैंपियस ट्रॉफी से बाहर कर दिया गया है. खबर के मुताबिक टीम इंडिया के एक सीनियर कोचिंग स्टाफ ने बताया है पीआर श्रीजेश इसलिए अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं क्योंकि अभी उनकी टक्कर का गोलकीपर तैयार नहीं है.

श्रीजेश के प्रदर्शन का अब हर टूर्नामेंट के खत्म होने पर आकलन किया जाएगा और उनके विकल्प के तौर पर जयदीप दयाल और विकास दहिया जैसे युवा गोलकीपर्स को तैयार किया जा रहा है. साथ ही इस खबर मे यह भी खुलासा किया गया है कि श्रीजेश को अब टीम की कप्तानी नहीं सौपी जाएगी और भुवनेश्वर में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप में भी मनप्रीत ही कप्तानी करेंगे.