हॉकी इंडिया द्वारा चीफ कोच रोलंट ऑल्टमंस को बर्खास्त किए जाने का बाद अब हॉकी के नए कोच की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. हालांकि हॉकी इंडिया ने अभी नए कोच के लिए विज्ञापन नहीं निकाला है लेकिन उससे पहले ही पूर्व हॉकी खिलाड़ी और जूनियर टीम के कोच रह चुके हरेंद्र सिंह ने अपनी दावेदारी पेश कर दी है.
पीटीआई के साथ बातचीत में अपना दावा पेश करते हुए हरेंद्र ने साफ किया है वह टीम इंडिया के नए चीफ कोच के लिए आवेदन जरूर देंगे. हालांकि उनका कहना है कि वह अपना होमवर्क करने के बाद ही अपना दावा पेश करेंगे. उन्हें भरोसा है कि वह अपनी कोचिंग से देश की उम्मीदों पर खरे जरूर उतरेंगे. उनका कहना है कि उन्हें 21 सालों की कोचिंग का अनुभव है और अभी वह 2020 ओलिंपिक के लिए अपना ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे हैं. वह हर हाल में अपनी टीम को मेडल जीतते हुए देखना चाहते हैं.
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऑस्ट्रेलियाई कोच रिक चार्ल्सवर्थ के अलावा वह किसी भी और विदेशी कोच के साथ काम नहीं कर सकते हैं. अपने चुने जाने की संभावनाओं के बारें में उनका मानना है कि किसी भी विदेशी कोच को यहां के माहौल को समझने के लिए जीरो से शुरूआत करनी होगी लेकिन वह यहां की परिस्थितियों से अवगत हैं लिहाजा उनका दावा किसी भी विदेशी कोच से कहीं ज्य़ादा मजबूत है.
आपको बता दें कि हरेंद्र सिंह साल 2009 से 2011 के बीत सीनियर टीम के कोच रहे हैं. इसके अलवा अपनी कोचिंग में वह भारत की जूनियर टीम को वर्ल्डकप भी जितवा चुके हैं.