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ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए ये है हिमा दास की सबसे बड़ी चुनौती

हिमा दास ने कहा कि वह अपनी टाइमिंग सुधारने के लिए मेहनत करती रहेगी ताकि 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर सके

Bhasha

एशियाई खेलों की गोल्ड मेडल विजेता हिमा दास ने कहा कि वह अपनी टाइमिंग सुधारने के लिए मेहनत करती रहेगी ताकि 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर सके.

दास ने कहा ,‘ओलिंपिक में अभी दो ही साल बाकी है और मुझे नहीं पता कि मैं क्वालिफाई करूंगी या नहीं लेकिन मैं अपनी टाइमिंग बेहतर करने के लिए प्रयास करती रहूंगी.’


धिंग एक्सप्रेस के नाम से मशहूर असम की इस फर्राटा धाविका ने कहा कि भारतीय एथलेटिक्स महासंघ और भारतीय ओलंपिक संघ उनके कोच के साथ मिलकर यह तय करेंगे कि वह कहां अभ्यास करेगी.

उसने कहा ,‘वे हमें जहां भी अभ्यास के लिए भेजेंगे, हम जाएंगे.’

उसने कहा कि वह 400 मीटर और 200 मीटर दोनों पर समान मेहनत करेगी.

असम में खेलों की दूत नियुक्त की गई हिमा ने कहा कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी संजीदगी से लेकर खेलों के लिये योगदान देती रहेगी.

हिमा दास ने एशियन गेम्स में महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा का रजत पदक जीता. हिमा ने जीबीके मेन स्टेडियम में रविवार को आयोजित फाइनल में 50.79 सेकेंड के समय के साथ दूसरा स्थान हासिल किया और साथ ही दो दिन में दूसरी बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा. हिमा ने शनिवार को 51.00 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ फाइनल में जगह बनाई थी. उन्होंने 2004 में चेन्नई में मनजीत कौर (51.05 सेकेंड) के बनाए 14 साल पुराने रिकॉर्ड में सुधार किया था.