view all

गोल्फर गगनजीत भुल्लर ने जीता यूरोपीय टूर पर पहला खिताब

भुल्लर ने अंतिम दौर में छह अंडर 66 के शानदार स्कोर के साथ नटाडोला बे में फिजी इंटरनेशल खिताब अपने नाम किया

Bhasha

भारतीय गोल्फर गगनजीत भुल्लर ने अंतिम दौर में छह अंडर 66 के शानदार स्कोर के साथ नटाडोला बे में फिजी इंटरनेशल खिताब जीत लिया, यह उनका यूरोपीय टूर पर पहला खिताब है.  30 साल के भुल्लर इसके साथ ही एशियाई टूर पर भारत के सबसे सफल खिलाड़ी बन गए. वह ऑस्ट्रेलेशिया टूर पर जीत दर्ज करने वाले पहले भारतीय भी हैं. यह एशियाई टूर पर उनकी नौवीं जीत और कुल 10वां अंतरराष्ट्रीय खिताब है.

भुल्लर ने अंतिम दौर में पांच बर्डी, एक ईगल और एक बोगी से छह अंडर का स्कोर बनाया. उनका कुल स्कोर 14 अंडर 274 रहा. भुल्लर ने ऑस्ट्रेलिया के एंथोनी क्वेल को एक शॉट से पछाड़ा, जिन्होंने अंतिम दौर में नौ अंडर 63 का बेहतरीन कार्ड खेला. साउथ अफ्रीका के अर्नी एल्स (65) और ऑस्ट्रेलिया के बेन कैंपबेल (66) संयुक्त तीसरे स्थान पर रहे. भारत के अजितेश संधू अंतिम दौर में 71 के स्कोर के साथ संयुक्त रूप से 43वें स्थान पर रहे.


इस जीत के साथ भुल्लर अर्जुन अटवाल, जीव मिल्खा सिंह, एसएसपी चौरसिया और अनिर्बान लाहिड़ी जैसे भारतीय गोल्फरों की सूची में शामिल हो गए, जिन्होंने यूरोपीय टूर पर खिताब जीता है.  फिजी इंटरनेशनल को एशिया, ऑस्ट्रेलेशिया और यूरोपीय टूर से मान्यता मिली है. इस जीत से भुल्लर को 2019 के अंत तक इन तीनों टूर की प्रतियोगिताओं में खेलने का मौका मिलेगा.

भुल्लर ने कहा, ‘मैं काफी अच्छा खेल रहा था. मैं कभी भी जीत दर्ज कर सकता था और मुझे खुशी है कि मैंने इस मंच पर ऐसा किया. मैं पिछले दो महीने से अच्छी फॉर्म में था, मैंने दो टूर्नामेंट में अच्छे नतीजे हासिल किए. बल्कि दो से अधिक अच्छे नतीजे, लेकिन एशियाई टूर के दो टूर्नामेंट में मैं उपविजेता रहा.’ भुल्लर ने कहा, ‘यह कड़ा दिन था. काफी हवा चल रही थी, लेकिन मैं काफी अच्छा खेला. आज मैंने स्वयं को काफी मौके दिए. महत्वपूर्ण यह था कि मैंने काफी अच्छी शुरुआत की. चार होल के बाद मैंने तीन अंडर का स्कोर बना लिया था और मैंने इस लय को बरकरार रखा.’