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कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप : स्वर्ण पदक से चूके गगन नारंग

स्वप्निल सुरेश और अनु राज सिंह को करना पड़ा कांस्य से संतोष

Bhasha

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता गगन नारंग ने गोल्ड कोस्ट में चल रही कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में गुरुवार को पुरुषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में रजत पदक जीता. भारत के स्वप्निल सुरेश कुशाले को इसी वर्ग में कांस्य पदक मिला, जबकि ऑस्ट्रेलिया के डेन सैम्पसन ने स्वर्ण पदक जीता.

महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल फाइनल में भारत की अनु राज सिंह को कांस्य मिला, जबकि मेजबान निशानेबाज एल याउमलेउस्के को स्वर्ण और ई गालियाबोविच को रजत पदक मिला. अनु राज ने हाल ही में भारतीय टीम में वापसी की है.


रियो ओलिंपिक के बाद से नारंग ने पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है. उन्होंने 617.6 अंकों के साथ क्वालिफिकेशन दौर में चौथा स्थान हासिल किया. फाइनल में उन्होंने 246.3 अंकों के साथ रजत पदक पर कब्जा जमाया. वह स्वर्ण पदक हासिल करने से केवल 1.4 अंक पीछे रह गए.

2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले नारंग ने कहा, 'काफी हवा चल रही थी और मुझे अपने लक्ष्य पर काफी गंभीरता से ध्यान केंद्रित करना पड़ रहा था. यह दिन मेरे धीरज के परीक्षण का दिन था, क्योंकि मुझे सही समय पर अपना निशाना साधना था.'

लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले नारंग ने कहा कि गोल कोस्ट में अगले साल आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए उन्हें अपनी तैयारियों को और भी पुख्ता करना होगा. नारंग ने कहा, 'अगले साल राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए यह प्रतियोगिता एक सही परीक्षण है. मुझे जिस प्रकार से हवा चलने के कारण परेशानी हुई है. इसके लिए, मुझे अपने आप को तैयार करना होगा. मेरा फाइनल का स्कोर और भी बेहतर हो सकता था. मैं जानता हूं कि इस क्रम में मुझे और भी कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.'

इससे पहले बुधवार को भारत ने दो स्वर्ण समेत पांच पदक जीते थे. भारतीय पिस्टल निशानेबाजों ने 10 मीटर एयर पिस्टल में क्लीन स्वीप किया था, जब शाहजार रिजवी, ओंकार सिंह और जीतू राय ने क्रमश: स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते.

महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में पूजा घाटकर को स्वर्ण पदक मिला, जबकि अंजुम मुद्गल ने रजत पदक जीता. भारत के लिए पहले दिन हिना सिद्धू ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण, जबकि पुरुष 10 मीटर एयर राइफल में दीपक कुमार ने कांस्य पदक जीता था.