भारत को चार देशों के आमंत्रण हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में बेल्जियम के हाथों पेनल्टी शूटआउट में हार का सामना करना पड़ा.
भारत ने विश्व में चौथे नंबर की बेल्जियम की टीम को नियमित समय तक 4-4 से बराबरी पर रोके रखा था लेकिन शूटआउट में नाकामी के कारण वह आखिर में खिताब से चूक गई.
बेल्जियम की तरफ से फेलिक्स डेनायर, सेबेस्टियन डोकियर और आर्थर वान डोरेन ने शूटआउट में गोल किए.
इससे पहले नियमित समय में उसके लिये टैंगुई कोसिनिस (41वें), सेड्रिक चार्लियर (43वें), एमुरी केसटर्स (51वें) और फेलिक्स डेनायर (56वें मिनट) ने गोल किए थे.
भारत की तरफ से शूटआउट से पहले रमनदीप सिंह (29, 53वें), नीलकांत शर्मा (42वें) और मनदीप सिंह (49वें मिनट) ने गोल दागे थे.
इससे पहले दिन में जापान ने शूटआउट में मेजबान न्यूजीलैंड को 4-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था. दोनों टीमें नियमित समय में 1-1 से बराबरी पर थी.
भारत और बेल्जियम के बीच फिर से गोल वर्षा हुई और दोनों टीमों ने एक दूसरे को कड़ी चुनौती दी. भारत को शुरू में हालांकि गेंद पर नियंत्रण रखने में परेशानी हुई.
इस बीच बेल्जियम के फारवर्ड ने भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को व्यस्त रखा था. उसे पहले क्वार्टर में तीन पेनल्टी कार्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक मिल. श्रीजेश ने हालांकि शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए इनका बचाव किया. लोइक लुइपीर्ट ने पेनल्टी स्ट्रोक लिया था लेकिन श्रीजेश उसका भी बचाव करने में सफल रहे थे.
भारत को दूसरे क्वार्टर के शुरू में लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन इससे उसे फायदा नहीं मिला. आखिर में उसने इस क्वार्टर के अंतिम क्षणों में पहला गोल किया. मनदीप सिंह ने सर्किल में खड़े रमनदीप सिंह को गेंद थमाई जिन्होंने बेहद नियंत्रित शाट से गोल किया.
बेल्जियम ने 41वें मिनट में कोसिनिस के पेनल्टी कार्नर पर किए गए गोल से बराबरी की. इसके एक मिनट बाद भारत के नीलकांत शर्मा ने मनदीप सिंह की मदद से गोल करके भारत को 2-1 से आगे कर दिया.
लेकिन रोमांच यहीं पर नहीं थमा और बेल्जियम ने जवाबी हमला करके अगले मिनट में ही स्कोर बराबर कर दिया. चार्लियर ने रिवर्स हिट से श्रीजेश के पांवों के बीच गेंद निकाली.
आखिरी क्वार्टर में भी चार गोल हुए. भारत ने दो अवसरों पर बढ़त बनाई लेकिन दोनों बार बेल्जियम बराबरी करने में सफल रहा. मनदीप ने 49वें जबकि रमनदीप ने 53वें मिनट में शानदार गोल किया.