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वर्ल्ड कप से चंद रोज पहले लॉन्च हुई भारतीय हॉकी की 'दास्तान'

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लॉन्च की भारतीय हॉकी की कॉफी टेबल बुक - अ सागा ऑफ ट्रायम्फ, पेन एंड ड्रीम्स

FP Staff

मसूरी में एक स्कूल है ओक ग्रोव स्कूल. इसका भारतीय हॉकी से गहरा नाता है. यह नाता आजादी से पहले का है. यहां पढ़े चार खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम में खेले थे. वो टीम जिसने गोल्ड जीता था. ब्रूम एरिक पिनिगर 1928 और 1932 में खेले. लेस्ली चार्ल्स हैमंड भी इन्हीं दोनों ओलिंपिक्स का हिस्सा बने. गोलकीपर रिचर्ड जेम्स तीन ओलिंपिक खेले, जबकि रिचर्ड कार ने 1932 का ओलिंपिक खेला. इस तरह की तमाम रोचक कहानियां और यादगार तस्वीरों को कॉफी टेबल बुक की शक्ल दी गई है.

वर्ल्ड कप हॉकी नजदीक है. उसकी तैयारियों के बीच भारतीय हॉकी के इतिहास को दिखाती कॉफी टेबल बुक लॉन्च की गई है. द इलस्ट्रेटेड हिस्ट्री ऑफ इंडियन हॉकी – अ सागा ऑफ ट्रायम्फ, पेन एंड ड्रीम्स नाम की इस कॉफी टेबल बुक का दिल्ली में आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विमोचन किया.


बुक लॉन्च के मौके पर जेटली ने खेल के साथ अपने जुड़ाव को याद किया. उन्होंने खेलों से अपने लगाव की बात करते हुए हॉकी के इतिहास की बात की. उन्होंने भारत के पहले ओलिंपिक कप्तान जयपाल सिंह मुंडा के खेल और सामाजिक, राजनीतिक करियर की बात करते हुए बताया कि उनका किस कदर योगदान रहा है. जेटली ने 1968 ओलिंपिक की बात करते हुए चुटकी भी ली कि भारतीय राजनीति की तरह गठबंधन की शुरुआत 1968 के ओलिंपिक्स से हुई थी. उस ओलिंपक में भारतीय टीम दो कप्तानों के साथ गई थी. दरअसल, वहीं से भारतीय हॉकी का ढलान शुरू हुआ था.

एफआईएच और आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि भारतीय हॉकी के इतिहास को दिखाने वाली किताब लॉन्च करने का यही सबसे अच्छा मौका था, जब ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में हॉकी वर्ल्ड कप महज एक हफ्ता दूर है. वर्ल्ड कप 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक होना है.