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Hockey World Cup 2018: घरेलू दर्शकों के दबाव में नहीं आएगी नेदरलैंड्स, कर ली है तैयारी

नेदरलैंड्स के कोच से पूछा गया कि घरेलू दर्शकों का कितना असर उनकी टीम पर पड़ेगा, उन्होंने कहा कि स्टेडियम की भीड़ उनके लिए कोई मसला नहीं है

Bhasha

खचाखच भरे रहने वाले कलिंगा स्टेडियम के चारों ओर से भारतीय हॉकी टीम के समर्थन में उठने वाले शोर ने भले ही मेजबान टीम के लिए टॉनिक का काम किया हो लेकिन नेदरलैंड्स के कोच मैक्स कैलडास का मानना है कि गुरुवार को विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में उनकी टीम पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.

कनाडा को क्रॉसओवर मैच में 5–0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली दुनिया की चौथे नंबर की टीम और तीन बार की चैंपियन नेदरलैंडेस का सामना अब भारत से होगा. कोच कैलडास ने कहा ,‘दुनिया की चौथे और पांचवें नंबर की टीमों के बीच यह मुकाबला रोचक होगा .’


यह पूछने पर कि दर्शकों का कितना असर उनकी टीम पर पड़ेगा, उन्होंने कहा कि स्टेडियम की भीड़ उनके लिए कोई मसला नहीं है. उन्होंने कहा ,‘हमें इस तरह भरे मैदानों पर खेलने की आदत है. हमने भारत को पहले भी हराया है और मेरे खिलाड़ियों पर दर्शकों के शोर का कोई फर्क नहीं पड़ेगा.’

वहीं कप्तान बिली बाकेर ने स्वीकार किया कि मैच में होने वाले शोर से खिलाड़ियों को मैदान के भीतर आपसी संवाद पर अतिरिक्त मेहनत करनी होगी. उन्होंने कहा ,‘यह शोर हमारे लिए प्रेरणा का काम करेगा और भारत को हराने में मजा आएगा. दर्शकों का दबाव हम पर नहीं बल्कि मेजबान टीम पर होगा. हमें मैदान के भीतर आपसी संवाद पर अतिरिक्त मेहनत करनी होगी क्योंकि शोर बहुत अधिक होगा.’भारत और नेदरलैंड्स के बीच पिछले नौ मैचों में दोनों टीमों ने चार चार जीते हैं और एक ड्रॉ रहा है. विश्व कप में भारतीय टीम पिछली उपविजेता नेदरलैंड्स के खिलाफ छह में से एक भी मैच नहीं जीत सकी है. कोच कैलडास ने हालांकि कहा कि पिछले रिकॉर्ड इस मैच में मायने नहीं रखते.

उन्होंने कहा, ‘अतीत में क्या हुआ, यह अब मायने नहीं रखता. यह नया मैच है, नए हालात और नई टीम है. हमारा फोकस अपने प्रदर्शन पर है और हम पिछले रिकॉर्ड पर ध्यान नहीं दे रहे. यह मैच चुनौतीपूर्ण होगा और हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.’