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EXCLUSIVE : दीपिका बनेंगी दुल्हन... चुन लिया है सपनों का राजकुमार…

10 दिसंबर को रांची के निकट गांव रातू में आर्चर दीपिका कुमारी की सगाई अतनु से हो जाएगी

Brajesh Roy

एक दीपिका यानी दीपिका पादुकोण की शादी के बारे में हमने आपने काफी कुछ सुन लिया और तस्वीरें भी देख लीं. अब बारी दूसरी दीपिका की है. तीरंदाज दीपिका कुमारी ने अपने सपनों का राजकुमार चुन लिया है. 10 दिसंबर को रांची के निकट गांव रातू में दीपिका की सगाई अतनु से हो जाएगी. आप भी सोच रहे होंगे कि कौन हैं अतनु जिनके नाम के सगाई की मेहंदी दीपिका के हाथों में सजेगी.  अंतराष्ट्रीय महिला तीरंदाज गोल्डन गर्ल दीपिका कुमारी ने अपने जीवनसाथी के तौर पर जिसका चयन किया है वे अंतराष्ट्रीय पुरुष तीरंदाज अतनु दास हैं. 10 दिसंबर को दीपिका के घर रांची के रातू गांव में सगाई की रस्म होगी और 2019 के नवंबर दिसंबर में दोनों सात फेरे लेकर एक दूसरे के हो जाएंगे.

पांच साल पहले पहली बार हुआ था एहसास .....


पांच साल पहले की बात है. कोलंबिया के मेडलिन में वर्ल्ड कप मैच के दौरान दीपिका और अतनु दास ने डबल्स का ब्रॉन्ज मेडल जीता था. यही वो पल था जब दोनों ने एक-दूसरे को जाना. पहली दफा अतनु ने अपनी तरफ से प्रपोज किया, जिसे दीपिका ने खारिज भी कर दिया था. लेकिन धीर-धीरे दोनों की जोड़ी बनती चली गई. पहले दोस्तों के बीच और बाद में परिवार के बीच चर्चाएं होने लगीं. आखिरकार इसी साल दशहरा के समय दीपिका और अतनु ने शादी का फैसला किया. अतनु के घर वालों ने तो तुरंत हामी भर दी. लेकिन दीपिका को अपने मां-पापा को मनाने में थोड़ा वक्त जरूर लगा. एक से दूसरी जाति में शादी और एक से दूसरे कल्चर का मिलान, बस यही बातें दीपिका के घर वालों को परेशान कर रही थीं. लेकिन फिर सब आखिरकार मान ही गए.

अब हो रही है सगाई की तैयारी....

अब सामने सगाई की तारीख है. दोनों परिवार के लोग आपस में हर दिन तैयारियों को लेकर घंटों फोन पर बातें कर रहे हैं. रांची में दीपिका की मां गीता देवी और पापा शिव नारायण महतो अपनी लाडली बिटिया रानी की सगाई के लिए दिन रात लगे हैं. एंगेजमेंट रिंग कैसी हो, दीपिका को किस कलर की कौन सी ड्रेस पहनाएं, मेकअप के लिए आर्टिस्ट कौन सा हायर किया जाए, अतनु के पसंद के मुताबिक ड्रेस से लेकर घर को सजाया जाए और मेहमानों का स्वागत किस तरह किया जाए... ये तमाम बातें ही अब दीपिका के घर पर चर्चा का विषय हैं. पुणे में प्रैक्टिस में लगे अतनु और दीपिका से भी समय मिलते ही सलाह लेना नहीं भूलते मां-पापा. हालांकि सगाई की पार्टी में बहुत सीमित लोगों को ही बुलाया जाएगा, यह तय है.

लाडली दीपिका के हर लम्हे को याद करने लगे हैं मां बाप...

बेटी की शादी तय होते ही खुशी और विदा करने की टीस गीता देवी की आंखों में लगातार तैर रही है. गीता देवी कहती हैं, ‘छोटी बहन विद्या और भाई दीपक को बेहद प्यार करने वाली दीपिका अब 24 की हो गई है. गरीबी के दिन में भी दीपिका ने कभी डिमांड नहीं किया. आज तो उसी से हमारी पहचान है. बिटिया की विदाई सह नहीं पाऊंगी.’

दरअसल पद्मश्री से नवाजी गई आज की सेलिब्रिटी महिला तीरंदाजी की गोल्डन गर्ल दीपिका कुमारी का परिवार निम्न वर्ग से आता था. पापा शिव नारायण महतो आज भी ऑटो रिक्शा चलाते हैं. यह अलग बात है कि अब दीपिका को यह बुरा लगता है. लेकिन संस्कार और जमीन से जुड़े शिव नारायण आज भी अपने ऑटो रिक्शा से बहुत प्यार करते हैं.

दीपिका के पापा कहते हैं, ‘जिंदगी को हमेशा बिटिया के लिए जिया है. भगवान से प्रार्थना है कि मेरे तीनों बच्चों की हर जरूरत मैं हमेशा पूरी करता रहूं. मैं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और मीरा मुंडा को भी सगाई में बुलाऊंगा, वे दोनों दीपिका के कैरियर को बनाने वाले हैं.’ इतना कहते कहते शिव नारायण भी भावुक हो गए. यह सही भी है कि दीपिका ने सबसे पहले अर्जुन आर्चरी एकेडमी खरसांवा 2005 में सीखना शुरू किया था. यह एकेडमी मीरा मुंडा की ही है. इसके बाद 2006 में दीपिका ने टाटा आर्चरी एकेडमी में सीखना शुरू किया था. फिर सफलता दीपिका के कदम चूमती गई.

दीपिका पर बन रही है बायोपिक....

दीपिका कुमारी की ख्याति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जल्द ही उनके जीवन गाथा पर एक किताब प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की जा रही है. दीपिका पर एक फिल्म भी बनाई जा रही है. रांची आकाशवाणी के सुनील सिंह बादल उस फिल्म के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर हैं. फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार है और टाइटल तय होना बाकी है. संभावना है कि अपनी बायोपिक में दीपिका ही खुद का किरदार निभाए. सबकुछ ठीक चला तो अप्रैल माह से फिल्म शूट के लिए फ्लोर पर चली जाएगी और दीपिका के व्यस्त समय को देखते हुए शूटिंग शेड्यूल को फाइनल किया जाएगा.

फिलहाल दीपिका का लक्ष्य खेल और शादी .....

यह सही भी है कि खेल के जरिए अपनी पहचान बनाने वाली दीपिका का पहला प्यार आज भी खेल ही है. भविष्य की अंतराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा के लिए जुनून जज्बा बरकरार है. दीपिका ने कहा, ‘शादी समय के साथ एक जरूरत है लेकिन खेल हमारी जिंदगी है. बड़ी बात यह है कि मैं जिससे शादी करने जा रही हूं वो मुझे और हमारे खेल को बहुत प्यार करता है, कारण वो भी एक महान खिलाड़ी है.’ अपने खेल और अपने जीवनसाथी के लिए दीपिका के भाव बताने के लिए काफी हैं कि लक्ष्य पर सटीक निशाना साधने वाली दीपिका कुमारी कभी चूक नहीं सकती.