view all

Davis Cup 2018: रोहन और साकेत की हार के बाद बाहर हुआ भारत, क्वालिफाई करने का अब भी है मौका

रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणेश्वरन के हारने के कारण भारत डेविस कप टेनिस टूर्नामेंट के विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में मेजबान सर्बिया के खिलाफ 0-2 से पिछड़ गया था

FP Staff

भारतीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना और मायनेनी की सर्बिया के निकोला मिलोजेविच और डेनिलो पेत्रोविच डबल्स के खिलाफ मैच में हार के साथ ही भारत डेविस कप से बाहर हो गया है. शुक्रवार को दोनों सिंगल्स मैच गंवाने के बाद भारत को इसमें बने रहने के लिए जीत की दरकार थी लेकिन बोपन्ना और मायनेनी इसमें विफल रहे. उन्हें निकोला मिलोजेविच और डेनिलो पेत्रोविच की गैर अनुभवी जोड़ी से 2 घंटे 22 मिनट तक चले मैच में 6-7, 2-6, 6-7 से हार का मुंह देखना पड़ा.

रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणेश्वरन के हारने के कारण भारत डेविस कप टेनिस टूर्नामेंट के विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में मेजबान सर्बिया के खिलाफ 0-2 से पिछड़ गया था. पहले सिंगल्स में रामनाथन को सर्बिया के लासलो जेरे ने 3-6, 6-4, 7-6, 6-2 से हराया. दूसरे सिंगल्स में दुसान लाजोविच ने प्रजनेश को 6-4, 6-3, 6-4 से हराकर सर्बिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था.


भारत ने इसके साथ ही सर्बिया के खिलाफ लगातार तीन मुकाबले गंवा दिए हैं. इस कारण अब बचे हुए दोनों सिंगल्स मैचों की जीत भी नतीजों पर कोई फर्क नहीं डालेगा. खास बात यह कि इस मुकाबले में सर्बिया के शीर्ष खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे. मौजूदा अमेरिकी ओपन चैंपियन नोवाक जोकोविच ने नहीं खेलने का फैसला किया था. फिलिप क्राजिनोविच चोट के कारण हट गए थे.

डेविस कप के नए नियमों के अनुसार भारत के पास अब भी पांच महीने में डेविस कप फाइनल्स में जगह बनाने का मौका होगा. भारत तुरंत ही एशिया-ओसनिया ग्रुप में वापस नहीं जाएगा. इसके बजाय वह 18 टीमों के डेविस कप फाइनल्स (अगले साल 18 से 24 नवंबर तक मैड्रिड या लिली में होने वाले) के लिए क्वालिफाई करने की कोशिश के अंतर्गत फरवरी 2019 में 24 टीम के क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में भाग लेगा. इससे 12 विजेता क्वालिफाई करेंगे. इसके अलावा 2018 सत्र से सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों सीधे प्रवेश करेंगी. आईटीएफ शुरुआती डेविस कप फाइनल्स के लिए दो वाइल्ड कार्ड प्रदान करेगा.