कॉमनवेल्थ गेम्स की ‘नो नीडल पॉलिसी’ का उल्लंघन करने की वजह से खेलों से बाहर हुए दोनों भारतीय एथलीटों पर एएफआई भी जांच के बाद प्रतिबंध लगाएगा.
रेस वाॅकर केटी इरफान और त्रिपल जम्पर वी राकेश बाबू को खेलों से बाहर करके स्वदेश लौटने को कहा गया क्योकि वे खेलगांव में उनके बेडरूम से सुइयां मिलने का कारण स्पष्ट नहीं कर सके.
दोनों ने पूछताछ के दौरान खूद को बेकसूर बताया लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन अदालत ने उनकी दलील को अविश्वसनीय और कपटपूर्ण बताया. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के सचिव सी के वाल्सन ने कहा ,‘एएफआई भी उन्हें सजा देगा. यह हमारे लिए शर्मिंदगी की बात है. खेल पूरे होने के बाद मामले की जांच की जाएगी और एक समिति का गठन किया जाएगा.’
वॉल्सन ने कहा कि खिलाड़ियों का कहना है कि वे बेकसूर हैं और उन्होंने पटियाला में खेलों के लिए रवाना होने से पहले शायद अपने बैग अच्छी तरह से चेक नहीं किए थे.
उन्होंने कहा ,‘खिलाड़ियों का कहना है कि गलती से सुई उनके बैग में रह गई जब उन्होंने खेलों के लिए रवाना होने से पहले पैकिंग की थी. यहां आने पर बैग में सुई मिलने के बाद उन्होंने उसे कप में रख दिया क्योंकि उसे फेंका नहीं जा सकता.’
उन्होंने कहा ,‘हम जांच करेंगे कि इन दावों में कितनी सच्चाई है.’ वाल्सन ने कहा ,‘डोपिंग का कोई मसला नहीं है. दोनों के टेस्ट निगेटिव थे. लेकिन यह गलती तो है ही क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों को बार बार इसके बारे में जानकारी दी गई थी. वे खेलगांव से चले गए हैं और जल्दी ही भारत रवाना होंगे.’