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CWG 2018: भारत की 'गोल्डन पैडलर' मनिका ने गोल्ड कोस्ट में लगाया 'चौका'

मनिका बत्रा ने इन कॉमनवेल्थ खेलों में दो गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल समेत चार मेडल अपने नाम किए

FP Staff

कॉमनवेल्थ गेम्स में इस बार भी महिला एथलीटों में मैरीकॉम, पीवी सिंधु सायना नेहवाल जैसे बड़े नामों ने खुद को साबित किया और देश के लिए मेडल जीते. इन्हीं बड़े नामों के बीच कॉमनवेल्थ में एक और नाम छाया और वह नाम था मनिका बत्रा. मनिका के लिए यह कॉमनवेल्थ गेम्स बेहद यादगार रहेगा. भारत के टेबल टेनिस दल की ओर से भी इस बार वह सबसे कामयाब पैडलर रही. मनिका गोल्ड कोस्ट में देश के लिए सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली खिलाड़ी बनी. मनिका बत्रा ने सिर्फ मेडल ही नहीं जीते बल्कि कई रिकॉर्ड भी बनाए. मनिका महिला सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी.गोल्ड कोस्ट में मनिका ने दो गोल्ड एक सिल्वर औऱ एक ब्रॉन्ज के साथ कुल चार मेडल अपने नाम किए. ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला पैडलर है.

ऐसा रहा है सफर


मनिका ने पहला मेडल महिला टीम इवेंट में जीता. भारत की टीम ने इस स्पर्धा में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा. मनिका भारतीय महिला टीम का भी हिस्सा थीं जिसने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स की महिला टीम इवेंट का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. इस जीत में मनिका की अहम भूमिका रही थी.

नौवें दिन शुक्रवार को मनिका बत्रा और मौमा दास को महिला डबल्स में गत विजेता सिंगापुर की फेंग तियानवेई व यू मेंग्यू की जोड़ी से हारकर रजत यह मेडल भी भारतीय टीम के लिए एक उल्लेखनीय सफलता था, जो पिछले चार कॉमनवेल्थ गेम्स में फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही. इस फाइनल से पहले महिला डबल्स में भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 के दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में किया था जब मौमा और पौलमी घटक ने कांस्य जीता था.

मनिका के लिए सबसे बड़ी उपलब्धी रही सिंगल्स इवेंट में जीता उनका गोल्ड मेडल. मानिका ने फाइनल मुकाबले में सिंगापुर की मेंगयू यू को 4-0 से हराया. कॉमनवेल्थ गेम्स में टेबल टेनिस के सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली मनिका बत्रा पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई .

कॉमनवेल्थ के आखिरी दिन जी साथियान के साथ मिक्स्ड डबल्स में उतरी मनिका को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ. मनिका और साथियान ने हमवतन मौमा दास और अचंत शरत को 3-0 से मात देकर मेडल पर कब्जा किया. इस मेडल के साथ ही उन्होंने अपने मेडलों का चौका पूरा किया. अपने इस प्रदर्शन से मनिका बेहद खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले एशियन गेम्स में वह इस प्रदर्शन को कायम रखेंगी.