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CWG 2018 : विकास ठाकुर का भारत लौटने के पहले कराया गया था डोप टेस्ट

टीम के महाप्रबंधक नामदेव शिरगांवकर ने ताजा निडल विवाद को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए यह खुलासा किया

Bhasha

मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारतीय वेटलिफ्टर विकास ठाकुर की गोल्ड कोस्ट से भारत वापसी के दिन संदेह के आधार पर तलाशी ली गई और डोप टेस्ट भी कराया गया था. हालांकि जिस संदेह के आधार पर यह टेस्ट कराया गया उसका कारण भी स्पष्ट नहीं किया गया.

ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरूषों के 94 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले विकास 11 अप्रैल को अपनी टीम के साथ भारत के लिए रवाना होने वाले थे. वह रवाना हुए लेकिन उससे पहले संदेह के आधार पर राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने आखिरी समय में उनकी जांच कराने के बारे में कहा. टीम के महाप्रबंधक नामदेव शिरगांवकर ने ताजा निडल विवाद को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए यह खुलासा किया.


उन्होंने कहा, 'उन्होंने तीन खिलाड़ियों को लेकर जाने का अनुरोध किया था. एक और खिलाड़ी, विकास ठाकुर को बुलाया गया. हम उन्हें चिकित्सा आयोग के पास ले गए. ठाकुर के बैग की तलाशी ली गई. उनका डोप टेस्ट किया गया. उन्होंने चिकित्सा आयोग के सभी सवालों के जवाब दिए, उनके बैग में कुछ नहीं पाया गया और वह डोप टेस्ट में पाक साफ निकले.'

शिरगांवकर ने कहा, 'वह घर के लिए निकल रहे थे लेकिन बदकिस्मती से हमें बताया गया कि उन्हें चिकित्सा आयोग के पास लेकर जाना चाहिए. उसके बाद उन्हें मंजूरी दे दी गई और वे लौट गए.'