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CWG 2018 : बॉक्सिंग में महिलाओं के बाद पुरुषों ने भी मेडल किए पक्के

कॉमनवेल्थ गेम्स के सातवें दिन मैरीकॉम के अलावा विकास और सोलंकी ने भी मेडल पक्के किए

FP Staff

भारत की एम सी मैरीकॉम ने कॉमनवेल्थ गेम्स में  खेलों में महिला मुक्केबाजी में भारत को पहला गोल्ड दिलाने की ओर मजबूत कदम बढाते हुए महिलाओं के 48 किलो वर्ग में फाइनल में प्रवेश किया जबकि विकास कृष्णन ( 75 किलो) ने दो अन्य के साथ पुरुष वर्ग के अंतिम चार में जगह बनाई.

पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मैरीकॉम के यह पहले कॉमनवेल्थ खेल हैं. उन्होंने श्रीलंका की अनुषा दिलरूकशी को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया.


पुरुष वर्ग में डेब्यू कर रहे गौरव सोलंकी (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (60 किग्रा) और विश्व ब्रॉन्ज पदकधारी विकास ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्के किए. इससे कुल आठ पुरुष मुक्केबाज पदक दौर में पहुंच गए और 2010 राष्ट्रमंडल की तुलना में यह संख्या में एक ज्यादा ही है.

पुरुष वर्ग में सेना के सोलंकी ने पापुआ न्यू गिनी के चार्ल्स कीमा को 5-0 से हराया. उसने कहा ,‘यह जोखिम भरा मुकाबला था. मेरे रिफ्लैक्सेस बहुत तेज थे और इसी वजह से मैं जीत सका.’ एशियाई खेलों के पूर्व गोल्ड मेडल विजेता विकास ने जाम्बिया के बेनी मुजियो को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. विकास ने हाल ही में बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता था.

शाम के सत्र में मनीष ने इंलैंड के यूरोपीय चैंपियनशिप कांस्य पदकधारी कैलम फ्रेंच को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और पदक पक्का किया. अब  गुरुवार को आराम के दिन के बाद वह शनिवार को उत्तरी कायरलैंड के जेम्स मैकगवर्न से भिड़ेंगे. हालांकि पिछली बार की ब्रॉन्ज मेडल पिंकी जांगड़ा (51 किग्रा) इस बार पदक के बिना ही रहेंगी क्योंकि उन्हें क्वार्टरफाइनल बाउट में इंग्लैंड की लिजा वाइटसाइड से हार मिली.