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CWG 2018, Hockey: सेमीफाइनल में थमा महिला टीम का अभियान, चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने दी मात

भारतीय टीम को चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के हाथों कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में 0-1 से हार का सामना करना पड़ा

FP Staff

भारतीय महिला हॉकी टीम ने अंतिम क्षणों में गोल करने के दो बेहतरीन मौके गंवाए जिसका खामियाजा उसे तीन बार के मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के हाथों कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में 0-1 की हार से चुकाना पड़ा. भारतीय टीम ग्रेस स्टीवर्ट के तीसरे क्वार्टर में किए गए गोल की बराबरी करने के लिए बेताब थी. जब मैच में चार मिनट बचे थे तब मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने गोलकीपर सविता पूनिया को बुलाकर उनकी जगह अग्रिम पंक्ति की खिलाड़ी उतारी लेकिन भारतीय टीम मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही.

नवनीत ने मोनिका के दाएं छोर से दिए गए क्रॉस पर गोल करने का आसान मौका गंवाया जबकि रानी भी वंदना कटारिया के पास पर गेंद को गोल में नहीं भेज पाई  भारत अब ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले के लिए इंग्लैंड से भिड़ेगा कोच हरेंद्र मैच के बाद हालांकि हार से बहुत दुखी नहीं थे.


खेल अधिकतर भारतीय हाफ में ही होता रहा. आस्ट्रेलिया ने अधिकतर समय गेंद पर कब्जा जमाए रखा. भारत ने पहले क्वार्टर के शुरू में लगातार दो पेनल्टी कार्नर बचाए. इसके बाद वंदना भी सर्किल के अंदर गेंद लेकर गई लेकिन उन्हें सहयोग नहीं मिल. भारतीय डिफेंस ने अच्छा खेल दिखाया और ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक तेवरों को करारा जवाब दिया. इस बीच ग्रेस स्टीवर्ट एक अवसर पर गोल करने से भी चूकी. भारतीय गोलकीपर सविता ने दूसरे क्वार्टर में अच्छा बचाव भी किया. इस बीच नवनीत को पीला कार्ड मिला जिसके कारण पांच मिनट तक भारतीय टीम दस खिलाड़ियों के साथ खेली.

ऑस्ट्रेलिया ने आक्रमण जारी रखा लेकिन वह भारतीय रक्षकों की मजबूत दीवार को भेदने में नाकाम रहा. उसे तीसरे क्वार्टर में मैच का तीसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन दीप ग्रेस एक्का ने इसे नाकाम कर दिया.

स्टीवर्ट ने क्रॉस पर करारा शॉट जमाकर मैच का एकमात्र गोल किया. भारत को चौथे क्वार्टर में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह उनका फायदा नहीं उठा पाया. इसके बाद भी उसे पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस बार भी भारतीय खिलाड़ी चूक गई.