कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के एक निशानेबाज के पिता ने बेलमोंट शूटिंग रेंज पर बने खिलाड़ियों के लाउंज में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन उनका एक्रीडिटेशन अवैध पाए जाने के बाद उन्हें बाहर जाने को कहा गया. उन्होंने भारतीय शूटिंग टीम की एक महिला सदस्य का निजी कोच होने का दावा करके लाउंज में प्रवेश करना चाहा, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने उन्हें बाहर जाने को कहा. जिसके बाद वह चले गए.
रनिंदर सिंह ने कहा, 'यह छोटा सा मसला था. किसी ने अंदर आने की कोशिश की, मैं नाम नहीं लेना चाहूंगा क्योंकि अभी उसे प्रतिस्पर्धा में उतरना है. उनकी कोई गलती नहीं है. कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाई खेल और ओलंपिक में निजी कोचों को प्रवेश की अनुमति नहीं है.'
रनिंदर सिंह ने एनआरएआई का हवाला देते हुए कहा, 'एनआरएआई की स्पष्ट नीति है, लेकिन कई बार लोग चालाक बनने की कोशिश करते हैं. एक बार बाहर किए जाने के बाद हालांकि वह वाhस नहीं आए, लिहाजा मामला खत्म हो गया है.'
कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत में भी सायना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह के एक्रेडिटेशन के चलते विवाद हुआ था. जिसे बाद में सुलझा लिया गया था. दरअसल कुछ खिलाड़ियों के परिजनों को पर्सनल कोच के आधार पर एक्रेडिटेशन दिया गया है. इसके मुताबिक वह खिलाड़ी से मिल सकते हैं, लेकिन प्रतिस्पर्धा के समय उन्हें इसकी इजाजत नहीं है.