view all

CWG 2018: पुरानी हार भूलकर ऐतिहासिक जीत पर होगी श्रीकांत की नजर

श्रीकांत अब तक कॉमनवेल्थ खेलों कोई मेडल हासिल नहीं कर पाए हैं, इस बार उनकी नजर उनके पहले मेडल पर होगी

FP Staff

नाम- के किदांबी श्रीकांत

खेल- बैडमिंटन


जन्म- 07 फरवरी 1993

कैटेगरी- सिंगल्स

वर्ल्ड नंबर तीन भारत के के श्रीकांत कॉमनवेल्थ गेम्स एक बड़ी उम्मीद होंगे.  आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले किदांबी श्रीकांत में कड़ी मेहनत करने और सतत आगे बढ़ते रहने का जज्बा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कदम-दर-कदम कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते हुए श्रीकांत ने 2017 में आखिरकार इतिहास रच डाला. श्रीकांत ने 2017 के सत्र में चार सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किए. इसके साथ ही वह सुपर सीरीज मुकाबलों में सायना नेहवाल के बाद सबसे कामयाब भारतीय खिलाड़ी भी बन गए थे. सायना ने अभी तक आठ सुपर सीरीज मुकाबले जीते हैं. जबकि श्रीकांत ने करियर में कुल छह सुपर सीरीज खिताब जीते हैं. श्रीकांत ने भारतीय पुरुष शटलरों के लिए एक नई मिसाल कायम की. अपने पिछले साल के सफर में उन्होंने लगभग हर बड़े दिग्गज को मात दी है. अपने कोच गोपीचंद और बैडमिंटन खिलाड़ी लिन डन को अपनी प्रेरणा मानने वाले श्रीकांत इस बार कॉमनवेल्थ में इतिहास रचने को तैयार हैं.

श्रीकांत ने 2017 में इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलियाई, डेनमार्क और फ्रेंच ओपन खिताब जीता. जबकि एक टूर्नामेंट में वह उप विजेता रहे. उनसे पहले महान खिलाड़ी लिन डैन, ली चोंग वेई और चेन लोंग ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं. श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर सीरीज के फाइनल में मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन चीन के चेन लोंग को सीधे सेटों में हराकर तहलका मचा दिया था. ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में श्रीकांत ने वो करिश्मा कर दिखाया जो वो पहले कभी नहीं कर पाए थे. चेन लोंग के साथ ये उनका छठा मुकाबला था और श्रीकांत पहली बार उनसे कोई मुकाबला जीते. अपने इस प्रदर्शन से वह विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचे और दुबई फाइनल्स में जगह बनाई.

हालांकि साल 2018 में वह अब तक कोई खास कमाल करने में नाकाम रहे हैं. ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में भी वह क्वाटरफाइनल में जगह नहीं बनाए थे. फिर भी  भारतीय खेमे को उनसे बहुत उम्मीदें होगी.

ग्लास्गो कॉमनवेल्थ से कुछ सप्ताह पहले बीमार हो गए थे

श्रीकांत ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स से कुछ सप्ताह पहले बीमार पड़ गए थे. उन्हें गोपीचंद अकादमी में बाथरूम के फर्श पर बेहोश पाया गया था. बाद में पता चला कि उन्हें मस्तिष्क ज्वर है. उन्हें एक सप्ताह तक आईसीयू में रहना पड़ा था. श्रीकांत ने 2014 की घटना को याद करते हुए कहा कि वह किसी वाइरस की वजह से हुआ था, जिसका नाम उन्हें याद भी नहीं है. उन्होंने कहा कोई भी मुझे उस दिन की घटना के बारे में नहीं बताना चाहता और मुझे भी कुछ याद नहीं है.गौरतलब है कि 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में क्वार्टर फाइनल में श्रीकांत को सिंगापुर के खिलाड़ी से हार का सामना करना पड़ा था.