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CWG 2018: एक बार फिर सोने के तमगे पर निशाना लगाने को तैयार जीतू राय

2014 कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट जीतू राय रियो ओलिंपिक में चूक गए

FP Staff

नाम: जीतू राय

उम्र: 30


खेल: निशोनबाजी

कैटेगरी: 10 मीटर एयर पिस्टल और 50 मीटर एयर पिस्टल

पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रदर्शन: 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण

गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में भारत की उम्मीदों में से एक निशोनबाज जीतू राय का सफर 2006 में अपने पिता को खोने के बाद शुरू हुआ. नेपाल के संखुवासभा जिले के रहने वाले जीतू के पिता भारतीय सेना के गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में नौकरी मिलने पर परिवार को नेपाल में छोड़कर भारत आ गए, लेकिन पिता को खोने बाद जीतू ने 19 साल की उम्र अपने पिता की ही तरह भारतीय सेना की गोरखा रेजिमेंट जॉइन की और दो साल बाद जीतू ने निशानेबाजी का चुना. 2011 में जीतू को उनके खराब प्रर्दशन की वजह से नायब सूबेदार ने दो बार महू में आर्मी की मार्क्समैन यूनिट से वापस भेज दिया गया था, लेकिन इसके बाद उन्होंने खुद के प्रदर्शन को सुधारा.

2011 में नेशनल गेम्स में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया. जीतू के करियर को 2014 में मजबूती और सबने उनका लोहा माना. 2014 में ग्लास्गो कॉमनवेल्थ में स्वर्ण, वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत, दो विश्व कप में रजत, इंचियोन एशियाड में स्वर्ण और कांस्य पदक अपने नाम किया. 2015 वर्ल्ड कप में कांस्य और 2017 ब्रिस्बेन कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक पर निशाना साधा. हालांकि 2016 रियो ओलिंपिक में 10 मी एयर पिस्टल में 8वें और 50वें मी एयर पिस्टल में 12वें स्थान पर रहे थे. इससे निराश जीतू ने फैसला किया कि वे सिर्फ 10मी एयर पिस्टल का अपना ध्यान लगाएंगे. गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में जीतू के पास मौका है कि वे ओलिंपिक की हार को भूलाकर बड़े प्लेटफॉर्म पर एक बार फिर खुद को साबित करें और अपना खिताब बरकरार रखें.