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CWG 2018, Shooting: ग्लास्गो से ज्यादा गोल्ड कोस्ट में शूटर्स ने लगाए गोल्डन निशाने

2014 में भारत ने चार गोल्ड जीते थे, तो इस बार सात गोल्ड मेडल्स पर भारतीय शूटर्स ने निशाना साधा

FP Staff

गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के दसवें दिन शूटिंग की सभी प्रतिस्पर्धाएं खत्म हो गई हैं. इस खेल में गोल्ड मेडल्स जीतने के सफर का अंत भी भारतीय शूटर्स ने गोल्ड जीत कर ही किया. इन खेलों के आखिरी मुकाबले 50 मीटर राइफल 3

पोजीशन में संजीव कुमार ने गोल्ड मेडल जीत कर शूटिंग का सातवां गोल्ड भारत की झोली में डाला.


21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 5 अप्रैल से मैदान पर उतरे भारतीय खिलाड़ियों ने सबसे ज्याद मेडल शूटिंग में ही जीते हैं. भारतीय खिलाड़ियों ने शूटिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए सात गोल्ड, चार सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज समेत कुल 16 मेडल अपने नाम किए.

संख्या के हिसाब से बात करें तो इस बार भारत ने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स के मुकाबले एक मेडल कम जीता है. ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 4 गोल्ड, 9 सिल्वर और चार ब्रॉन्ज सहित कुल 17 मेडल जीते थे. हाालांकि गोल्ड कोस्ट में गोल्ड मेडल की संख्या ग्लास्गो से ज्यादा रही. 2014 में भारत ने चार गोल्ड जीते थे, तो इस बार सात गोल्ड मेडल्स पर भारतीय शूटर्स ने निशाना साधा.

व्यक्तिगत तौर पर देखा जाए तो भारत के जीतू राय, अनिश, संजीव राजपूत, मनु भाकर और श्रेयसी सिंह ने गोल्ड मेडल पर निशाने साथे. तो वहीं मेहुली घोष और अंजुम मौदगिल सोना जीतने से चूक गईं, लेकिन सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं.

हीना सिद्दधू और तेजस्विनी सावंत ने शानदार निशानेबाजी करते हुए दो-दो मेडल अपने नाम किए. मेडल टैली में इन दोनों खिलाड़ियों के नाम एक-एक गोल्ड और एक-एक सिल्वर मेडल है.

ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली अपूर्वी चंदेला इस बार अपना खिताब तो न बचा सकीं लेकिन ब्रॉन्ज जीतने में जरूर कामयाब रहीं. वहीं भारत के ओम मिठरवाल के दो ब्रॉन्ज के अलावा रवि कुमार, अंकुर मित्तल ने भी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए.