नाम – मीराबाई चानू
खेल- वेटलिफ्टिंग
उम्र- 23 साल
केटेगरी- 48 किलोग्राम
2014 कॉमनवेल्थ में प्रदर्शन- सिल्वर मेडल
2018 कॉमनवेल्थ खेलों में वेटलिफ्टिंग के इवेंट में जो गोल्ड मेडल भारत के खाते में जाना तय माना जा रहा है वह 48 किलोग्राम केटगरी का ही है. दरअसल भारत की महिला वेटलिफ्टर मीराबाइ चानू ने पिछले साल नवंबर में इसी केटेगरी में वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था.
यह मीराबाई चानू का दूसरा कॉमनवेल्थ गेम्स होगा. इससे पहले ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में मीराबाई ने स्लिवर मेडल हासिल किया था, वह भारत की ही संजीता चानू से पीछे रह गईं थीं.
ग्लास्गो में मीराबाई ने 75 किग्रा स्नैच में और 95 किग्रा क्लीन एंड जर्क में मिला कर कुल 170 किलोग्राम वजन उठाया था. उसे बाद से मीराबाई के प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार आया है. पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में 194( 85+109) किग्रा वजन उठाकर गोल्ड मेडल हासिल किया.
कॉमनवेल्थ गेम्स में उनकी कैटेगरी का रिकॉर्ड 175 (77+98) किग्रा हैं. लिहाजा यह माना जा सकता है भारत के मणिपुर राज्य की यह वेटलिफ्टर गोल्डकोस्ट में तिरंगा लहराने में जरूर कामयाब होगी.
मीराबाई ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में ट्रेनिंग कर रही है और एक अप्रेल को गोल्डकोस्ट रवाना होंगीं.
कॉमनवेल्थ खेलों में वेटलिफ्टिंग के इवेंट में 48 किलोग्राम की केटगरी में भारत का रिक़ॉर्ड बहुत बेहतर रहा है. 2002 के मैनचेस्टर गेम्स इसे जब शामिल किया गया था तब भारत की एम कुंजारानी ने 2002 और 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में इस कैटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल किया था.