view all

CWG 2018: अपने पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने उतरेंगे प्रणॉय

साल 2017 में प्रणॉय पहली टॉप 10 रैंकिग में शामिल हुए थे

FP Staff

नाम- एस एस प्रणॉय

उम्र- 25 साल


खेल- बैडमिंटन

कैटेगरी- सिंगल्स

भारत की बैडमिंटन टीम से  एक बार फिर देश मेडल की उम्मीद करेगा. पुरुष सिंगल्स के मुकाबले में भारत की ओर से किदांबी श्रीकांत के अलावा एच एस प्रणॉय भी भारतीय चुनौती पेश करेंगे. एच एस प्रणॉय ने बीते साल अपने प्रदर्शन के दम पर टीम में अपनी जगह बनाई है. प्रणॉय ने साल 2017 में यूएस ओपन का खिताब जीता, वह पहली बार इंडोनेशिया ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे. प्रणॉय ने ली चोंग वेई, लिन डैन और छेन लोंग की दिग्गज तिकड़ी को हराने वाले पहले भारतीय हैं.

इसी प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने 2017 के नवंबर में बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में पहली बार टॉप 10 में जगह बनाई थी. अपने पहले कॉमनवेल्थ खेलों में वह अपने इस प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे.

प्रणॉय ने बहुत जल्दी ही बैडमिंटन को अपना लिया था. 16 साल की उम्र में वह ट्रनिंग करने के लिए कोच पुलेला गोपीचंद की एकेडमी पहुंच गए थे. इसके बाद से उनके खेल में लगातार सुधार आया. प्रणॉय की सबसे बड़ी ताकत है उनकी फिटनेस जिसकी वजह से वह लागातर लंब मैच खेलने के बावजूद जल्दी थकते नहीं है.

इंडोनेशिया के खिलाड़ी तौफिक हिदायत को अपना रोल मॉडल मानते हैंऔर लोग भी उनकी तुलना उनसे करते हैं.  2017 मे प्रणॉय को कोच हानद्यू का साथ मिला जिसके बाद उनके प्रदर्शन में और भी सुधार आया. हालांकि साल के अंत तक वह चले गए लेकिन प्रणॉय ने इससे अपने खेल पर प्रभाव नहीं पड़ने दिया. कॉमनवेल्थ खेलों में पहली बार जब वह मैदान पर उतरेंगे तो उनकी नजर देश के लिए सोना लाने पर होगा.