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CWG 2018 Women's Shooting : 37 वर्षीय सावंत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगाया मेडल्स का 'छक्का'

37 वर्षीय सांवत ने भारत को 8वें दिन का पहला मेडल दिलवाया

Kiran Singh

भारत की स्टार निशानेबाजों में से एक पूर्व वर्ल्ड चैंपियन तेजस्विनी सांवत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने मेडल्स का छक्का लगाते हुए गुरुवार को सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है. 50 मीटर राइफल प्रोन में सांवत ने 618.9 अंक हासिल करके सिल्वर पर निशाना साधा. इससे पहले 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ में सावंत ने 10 मीटर एयर राइफल पेयर्स में और 10 मीटर एयर राइफल में दो गोल्ड जीता था. इसके अलावा 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन पेयर्स और 50 मीटर राइफल प्रोन में सिल्वर और 50 मीटर राइफल प्रोन पेयर्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता. वहीं स्पर्धा में उतरी भारत की अंजुम मुदगिल 602.2 अंकों के साथ 16वें पायदान पर रही.

2.1 से रह गई पीछे


गोल्ड मेडल के लिए महाराष्ट्र की 37 वर्षीय सांवत को सिंगापुर की मार्टिना लिंडसे से चुनौती मिली, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड जीता. भारतीय खिलाड़ी गोल्ड मेडल से 2.1 से पीछे रह गई. पहली और दूसरी सीरीज में सावंत का स्कोर 102.1 और 102.4 था, वहीं मार्टिना का स्कोर शुरुआती दो सीरीज का स्कोर 102.9 और 102.7 था, अगली सीरीज में सावंत ने मार्टिना के 103.1 के मुकाबले 103.3 अंक हासिल किए, लेकिन चौथी सीरीज में मार्टिना के 104.3 के स्कोर के सामने 102.8 के स्कोर के साथ फिर पिछड़ गई. पांचवें सीरीज में सावंत ने 103.7 का स्कोर किया और मार्टिना ने 103.2 का स्कोर किया और इसी के दूसरे पांच सीरीज तक  मार्टिना शीर्ष पर और सावंत दूसरे पायदान पर थी. छठें और आखिरी सीरीज में मार्टिना ने 104.8 अंक और सावंत नें 104.6 अंक हासिल कर हासिल कर क्रमश: पहले और दूसरे पायदान पर रही.

वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ बनी थी विश्व चैंपियन

कोलाहपुर ने फरवरी 2010 में अपने पिता को खो दिया था, लेकिन इससे वह टूटी नहीं. अपनी तैयारियों में तेजी लाई और उसी साल जुलाई में मुनिच में हुए  वर्ल्ड चैंपियनशिप में सावंत ने 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में वर्ल्ड रिकॉर्ड के बराबर स्कोर करते हुए गोल्ड मेडल जीता. इस स्पर्धा के 567 का वर्ल्ड रिकॉर्ड पहले साउथ कोरिया की किम योजने के नाम था, लेकिन 2010 में किम के साथ सावंत का रिकॉर्ड भी इससे जुड़ गया.