view all

CWG History : 1994 विक्टोरिया में दुनिया ने देखा शूटर जसपाल राणा का जलवा

भारत ने पिछली बार की तुलना में आठ पदक कम हासिल किए, उसकी झोली में कुल 24 पदक ही आए

FP Staff

वर्ष 1994 में कनाडा के विक्टोरिया शहर में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हुआ. कनाडा ने तीसरी बार इन खेलों की मेजबानी की. 63 देशों ने इनमें शिरकत कीजिसमें से दो पहली बार इन खेलों के गवाह बने. 2557 खिलाड़ियों ने दस खेलों की विभिन्न स्पर्धाओं में दांव पर लगे 679 पदकों के लिए चुनौती पेश की. इस बार भारत ने पिछली बार की तुलना में आठ पदक कम हासिल किए. यानि उसकी झोली में कुल 24 पदक ही आए. इस बार भारत दो पायदान गिरते हुए सातवें स्थान पर जा पहुंचा. भारत को छह स्वर्ण11 रजत और सात कांस्य पदक प्राप्त हुए.

इन खेलों में जसपाल राणा जैसा होनहार निशानेबाज उभरकर सामने आया. जसपाल राणा ने गोल्डन डबल सहित कुल चार पदकों पर निशाना साधा. उन्होंने सेंटर फायर की व्यक्तिगत स्पर्धा के बाद अशोक पंडित के साथ टीम स्पर्धा में भी पहला स्थान हासिल किया. जसपाल के अलावा मनशेर सिंह ने भी निशानेबाजी में सोना जीता. पिछले खेलों में रिकॉर्ड 12 स्वर्ण पदक जीतने वाले भारोत्तोलक तीन पीले तमगे ही जीत पाए.


रूपा उन्नीकृष्णन ने दोहरे पदकों पर साधा निशाना

निशानेबाजी में पुरुष और महिलाओं ने मिलकर सात पदक झटके. महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में रूपा उन्नीकृष्णन रजत पदक प्राप्त करने में कामयाब रहीं. वहीं कुहेली गांगुली और रूपा उन्नीकृष्णन की जोड़ी ने महिला स्मॉलबोर राइफल थ्री पोजीशन (टीम) वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया. 1978 में इस खेल में महिलाओं को भी शामिल किया गया, लेकिन उसके बाद लगातार तीन संस्करणों  तक महिलाओं ने हिस्सा नहीं लिया. वर्ष 1994 में महिलाओं की फिर से भागीदारी हुई और वे पदक जीतने में भी सफल रहीं.

विल्सन और पांडियन ने उठाया सोना-चांदी

भारोत्तोलन में पुरुष के 56 किलोग्राम वर्ग के क्लीन एंड जर्क में धर्मराज विल्सन ने 140 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि अरुमुगम के पांडियन ने 137.5 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक हासिल करने में सफल रहे. वहीं इस वजन के संयुक्त वर्ग में इसका उल्टा हुआ. इस वर्ग में अरुमुगम के पांडियन ने 245 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक पाया तो धर्मराज विल्सन ने 242.5 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक हासिल करने में सफलता प्राप्त की. स्नैच में पांडियन ने 107.5 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक प्राप्त किया. अरुण मुरुगेसन ने 62 किलोग्राम वर्ग कांस्य पदक पर कब्जा जमायाजबकि इसी वर्ग की स्नैच श्रेणी में जी ज्ञानशेखर ने भी कांस्य पदक हासिल किया. पुरुष के 69 किलोग्राम वर्ग की क्लीन एंड जर्क में गोविंदा वदीवेलू कंबाइंड श्रेणी में जबकि सतीशराय कांस्य पदक हासिल करने में सफल रहे. सतीश ने तीनों श्रेणियों में पदक हासिल किए. उन्होंने क्लीन एंड जर्क और संयुक्त श्रेणी में रजत पदक और स्नैच में स्वर्ण पदक पाया.