दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर भारत का सपना तोड़ते हुए लगातर दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली. इससे पहले 2016 में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को ही हराकर इस खिताब को अपने नाम किया था. चैंपियंस ट्रॉफी के 37वें और अंतिम सत्र के फाइनल मुकाबल में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर रही और निर्धारित समय तक मुकाबला 1- 1 से बराबर रहा. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से हराकर 15वीं बार खिताब अपने नाम किया.
ऑस्ट्रेलिया के गोवर्स ने 24वें मिनट में गोल करके टीम को बढ़त दिलाई, जिसके जवाब में 43वें मिनट में विवेक प्रसाद ने गोल करके टीम का स्कोर बराबर किया हालांकि इसके बाद कोई भी बढ़त हासिल नहीं कर पाई और मुकाबला पेनन्टी शूटआउट में पहुंचा. मेजबान नेदरलैंड्स ने ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना को 2-0 से हराकर कांस्य पदक जीता.
कुछ ऐसा रहा पेनल्टी शूटआउट
ऑस्ट्रेलिया 1- 0 : ऑस्ट्रेलिया के जेलेवस्की ने मौके को भुनाने में सफल रहे. भारत के सरदार सिंह स्ट्राइक पर और यहां वह चूक गए .
ऑस्ट्रेलिया 2- 0 : ऑस्ट्रेलिया के डेनियल ने गोल सफलतापूर्वक दूसरा गोल किया. भारत के हरमनप्रीत सिंह बजर बजने से पहले गेंद को लाइन क्रॉस नहीं करवाए.
ऑस्ट्रेलिया 2 - 1 : ऑस्ट्रेलिया के इस मौके को श्रीजेश ने आसानी से नाकाम कर दिया . भारत ने मनप्रीत ने पहला गोल करने भारत को उम्मीद दिखाई.
ऑस्ट्रेलिया 3-1 : ग्रैम एडवार्डस ने विजयी गोल दागा .
13वें मिनट में चूकी भारत
8वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जहां मनदीप सिंह और वरूण कुमार की जोड़ी ने मौका बनाया, लेकिन शॉट गोल पोस्ट के थोड़ा बाहर चला गया. इसके बाद 13वें मिनट में भारत एक बड़े मौके को भुनाने में चूक गई, जब सुरेन्द्र ने सर्किल में दिलप्रीत को पासिंग दी और फिर दिलप्रीत ने सीवी सुनीज को पासिंग देकर मौका बना दिया, लेकिन टेलर ने शानदार बचाव किया.
24वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया ने बनाय दबाव
24वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया दबाव बनाने में सफल ही. गोवेर्स ने गोल करके ऑस्ट्रेलिया को 1 0 से बढ़त दिलाई, जिसे भारत हाफ टाइम तक बराबर नहीं कर पाया. हालांकि 18वें मिनट में में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत ने ड्रेग फ्लिक किया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस को तोड़ नहीं पाए. तीसरा क्वार्टर में भारत स्कोर बराबर करने में सफल रही. 43वें मिनट में विवेक प्रसाद ने गोल करके स्कोर बराबर किया.