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BWF World Tour Finals: यामागुची, ताइ जु यिंग के साथ सिंधु मुश्किल ग्रुप में

सिंधु के ग्रुप में गत चैंपियन जापान की अकाने यामागुची, विश्‍व की नंबर एक चीनी ताइपे की ताइ जु यिंग और अमेरिका की बीवेन झांग हैं

FP Staff

बीडबल्‍यूएफ विश्‍व टूर फाइनल्‍स में महिला एकल में भारत की स्‍टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को मुश्किल ड्रॉ मिला है, जबकि टूर्नामेंट में डेब्‍यू करने जा रहे समीर वर्मा के पास नॉकआउट दौर में पहुंचने का मौका है.

पिछले बार की उपविजेता सिंधु के ग्रुप में गत चैंपियन जापान की अकाने यामागुची, विश्‍व की नंबर एक चीनी ताइपे की ताइ जु यिंग और अमेरिका की बीवेन झांग हैं. दोनों ग्रुप से शीर्ष दो खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचेंगे, जिसके बाद नॉकआउट दौर के मुकाबले होंगे.


यामागुची और यिंग सबसे बड़ी चुनौती

टूर्नामेंट में लगातार तीसरी बार दावेदारी पेश कर रही सिंधु का यामागुची के खिलाफ जीत-हार का 9-4 का रिकार्ड है. लेकिन इस सत्र में जापानी खिलाड़ी ने उन्हें पांच में से चार मुकाबलों में हराया है. हैदराबाद की 23 साल की इस खिलाड़ी के लिए एशियाई खेलों की चैंपियन ताइ जु यिंग की चुनौती से पार पाना काफी मुश्किल रहा है. जिन्होंने सिंधु को पिछले छह मुकाबले में हराया है. सिंधु ने उन्हें पिछली बार 2016 रियो ओलिंपिक में हराया था.

झांग के खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड 3-3 का है, लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में अमेरिकी खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ी पर भारी रही है. जिसमें इंडिया ओपन विश्व टूर सुपर 500 टूर्नामेंट का फाइनल भी शामिल है.

समीर ने लिए शुरुआत में चुनौती थोड़ा आसान

किदांबी श्रीकांत के बाद टूर्नामेंट का टिकट पाने वाले दूसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने समीर के लिए चुनौती थोड़ी आसान है. सुगियार्तो और वानचारोइन के खिलाफ उनका रिकॉर्ड 1-1 का है. उनकी मुख्य चिंता मोमोता की चुनौती से पार पाना होगा जिन्हें भारतीय खिलाड़ी ने स्विस ओपन में खिताबी जीत के दौरान हराया था. स्विस ओपन के बाद जापान का यह खिलाड़ी इस खेल की बड़ी ताकत के रूप में उभरा है. इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को पहले सुपर सीरिज फाइनल के नाम से जाना जाता था, जिसके लिए सायना नेहवाल सात बार क्वालीफाई करने में सफल रही. वह 2011 के सत्र के फाइनल में पहुंची थी. समीर ने पिछले महीने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपने खिताब का बचाव करते हुए अंतिम लम्हों में इस 15 लाख डॉलर इनामी राशि के टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया. उनके ग्रुप में जापान के विश्व नंबर एक केंतो मोमोता, इंडोनेशिया के टॉमी सुगियार्तो और थाईलैंड के कांताफोन वानचारोइन हैं.