भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन का एटीपी विश्व टूर टूर्नामेंट में शानदार सफर जारी है और अब उनका यह सफर उस मुकाम पर पहुंच गया है, जहां वह इतिहास रच सकते हैं. हॉल ऑफ फेम ओपन में रामकुमार ने अमेरिका के टिम स्माइसजेक को सीधे सेटों में हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है, जहां उनका सामना स्टीव जॉनसन से होगा. रामकुमार एटीपी विश्व टूर में चमक बिखेरने से सिर्फ एक जीत दूर हैं. 23 वर्ष के रामकुमार टूर लेवल स्तर पर सिंगल कैटेगरी के फाइनल में पहुंचने वाले सात वर्षों में पहले भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं. पिछली बार 2011 में सोमदेव देवबर्मन फाइनल में पहुंचे थे, जहां वह केविन एंडरसन से हार गए थे. वह 2009 में चेन्नई ओपन के फाइनल में भी मारिन चिलिच से हार कर उपविजेता रहे थे
चेन्नई के इस 23 साल के खिलाड़ी ने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी को सीधे सेटों में 6-4, 7-5 से मात दी. रामकुमार अगर खिताब जीतते है तो वह पिछले 20 साल में ऐसा करने वाले पहले भारतीय होंगे. इससे पहले लिएंडर पेस ने 1998 में इसी खिताब को जीता था. विश्व रैंकिंग में 161 स्थान पर काबिज रामकुमार ने इस ग्रासकोर्ट टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है और फाइनल तक पहुंचने में उन्होंने सिर्फ एक सेट गंवाया है. इस जीत के बाद उन्होंने कहा कि मैं अच्छी सर्विस कर रहा था और अच्छा खेल रहा था. पहला सेट मेरे लिए अच्छा नहीं रहा, लेकिन फिर मैंने लय पा ली. स्माइसजेक ग्रास कोर्ट पर मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं. मैं उसे हरा कर खुश हूं.