भारत के स्टार खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन इतिहास रचने से चूक गए. हॉल ऑफ फेम ओपन के बारिश बाधित मुकाबले में उन्हें स्टीव जॉनसन ने 7-5, 3-6, 6-2 से हराया. यह रामनाथन का एटीपी वर्ल्ड टूर पर पहला फाइनल था और उनके पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका भी है. रामनाथन अगर इस खिताब को जीत लेते तो वह 1998 में लिएंडर पेस के बाद ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन जाते. रामनाथन पिछले सात वर्षों में एटीपी टूर के किसी टूर्नामेंट के सिंगल फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. 2011 में सोमदेव देवबर्मन यहां तक पहुंचे थे, जहां उन्हें केविन एंडरसन ने हरा दिया था.
मुकाबले के शुरुआत से ही रामनाथन अपनी लय में दिखे और पहले सेट में जॉनसन को कड़ी टक्कर दी. जॉनसन को पहले सेट को जीतने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा. दूयरे सेट में रामनाथन ने वापसी की और दूसरा सेट अपने नाम करने स्कोर बराबर कर दिया. हालांकि तीसरे सेट में वह अपनी लय से भटक गए और आसानी से जॉनसन को सेट दे दिया.चौथा एटीपी खिताब और इस सीजन का दूसरा खिताब जीतने वाले जॉनसन के एक ऐस के मुकाबले भारतीय चुनौती ने कुल 10 ऐस लगाए. वहीं रामनाथन ने जहां 4 डबल फॉल्ट किए थे, वहीं जॉनसन ने 6 डबल फॉल्ट किए थे.
46 पायदान की लगाई छलांग
एटीपी विश्व टूर टूर्नामेंट में रामनाथन के इस शानदार सफर का इनाम उन्हें रैंकिंग के तौर पर मिला. रामकुमार रामनाथन ने 46 पायदान की छलांग लगाकर ताजा एटीपी रैंकिंग में करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 115वें स्थान पर पहुंच गए. अन्य भारतीय खिलाड़ियों में प्रज्ञेश गुणेश्वरन दो पायदान गिरकर 186वें स्थान पर है जबकि सुमति नागल एक पायदान चढकर 269वें स्थान पर हैं. पुरूष युगल रैकिंग में रोहन बोपन्ना 27वें स्थान पर बने हुए हैं जबकि दिविज शरण दो पायदान गिरकर 38वें स्थान पर हैं. न्यूपोर्ट में वापसी के बाद क्वार्टर फाइनल में हारे लिएंडर पेस पांच पायदान गिरकर 80वें स्थान पर है. भारत के सात खिलाड़ी शीर्ष सौ में है जिनमें पूरव राजा 83वें ,जीवन नेदुंचेड़ियन 87वें, विष्णु बालाजी 96वें और विष्णु वर्धन 98वें शामिल हैं. युगल रैंकिंग में फिलहाल टेनिस से दूर सानिया मिर्जा सात पायदान खिसककर 37वें स्थान पर है.