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asian games 2018 : जिम्नास्ट अरुणा रेड्डी और प्रणति नायक वाल्ट फाइनल में अंतिम स्थानों पर रहीं

सभी की नजरें अब दीपा पर टिकी हैं जो महिला व्यक्तिगत बैलेंस बीम फाइनल में चुनौती पेश करेंगी

FP Staff

अरुणा रेड्डी और प्रणति नायक महिला व्यक्तिगत वाल्ट स्पर्धा के फाइनल में गुरुवार को जकार्ता में क्रमश: सातवें और आठवें स्थान पर रही जिससे 18वें एशियाई खेलों में भारतीय जिम्नास्टों की पदक की तलाश जारी रही. भारत एकमात्र देश था जिसकी दो खिलाड़ी वाल्ट फाइनल में पहुंचीं. लेकिन दोनों ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं और आठ खिलाड़ियों के फाइनल में अंतिम दो स्थान पर रहीं.

रियो ओलंपिक में इसी स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही स्टार जिम्नास्ट दीपा कर्माकर फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई क्योंकि क्वालीफिकेशन राउंड के दौरान उनकी घुटने की पुरानी चोट फिर उभर आई और वह अरुणा तथा प्रणति से भी पीछे रहीं. व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में किसी देश के दो खिलाड़ी ही क्वालीफाई कर सकते हैं.


पहले ही वाल्ट में गिर गईं अरुणा

सबसे पहले शुरुआत अरुणा ने की, लेकिन वह अपने पहले ही वाल्ट में गिर गईं और 12.125 अंक की जुटा सकीं. उन्होंने अपनी दूसरी वाल्ट में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 13. 425 अंक जुटाए लेकिन 12.775 के औसत स्कोर के साथ सातवां स्थान ही हासिल कर पाईं. अरुणा इसी साल ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में विश्व कप जिम्नास्टिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थीं, जब उन्होंने कांस्य पदक जीता. उन्होंने तब 13.649 अंक जुटाए थे. प्रणति की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और वह भी अपने पहले प्रयास में गिर गईं. उनका औसत स्कोर 12.650 रहा जो हमवतन अरुणा से भी कम है.

छाप नहीं छोड़ सके पुरुष जिम्नास्ट

पुरुष जिम्नास्ट भी छाप छोड़ने में नाकाम रहे और आशीष कुमार सहित चार भारतीयों में से कोई भी व्यक्तिगत फाइनल में जगह नहीं बना पाया. भारत पुरुष टीम स्पर्धा के फाइनल में भी जगह बनाने में विफल रहा और क्वालीफिकेशन राउंड में नौवें स्थान पर रहा. बुधवार को भारतीय महिला जिम्नास्ट टीम ने दीपा के बिना चुनौती पेश की और टीम स्पर्धा के फाइनल में सातवें स्थान पर रही.

बैलेंस बीम फाइनल में चुनौती पेश करेंगी दीपा

सभी की नजरें अब दीपा पर टिकी हैं जो महिला व्यक्तिगत बैलेंस बीम फाइनल में चुनौती पेश करेंगी. एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने जिम्नास्टिक में सिर्फ एक पदक जीता है. यह पदक आशीष के नाम है, जिन्होंने 2010 एशियाड में फ्लोर एक्सरसाइज में कांस्य पदक जीता था.