एशियन गेम्स में भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस के अचानक हट जाने से भारत की रणनीति बिगड़ गई है. इस बार जकार्ता में टेनिस में मेडल की उम्मीद से पहुंची भारतीय टीम को अब फिर से अपनी टीम कॉम्बिनेश न के लिए माथपच्ची करनी पड़ रही है.
भारतीय टेनिस टीम के कोच और कप्तान जीशान अली का मानना है कि मेंस डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में भारत के मेडल की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है.
जीशान ने कहा कि उन्होंने पेस को मनाने की काफी कोशिश की लेकिन 18 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता पेस मेस डबल्स में ‘विशेषज्ञ’ नहीं जोड़ीदार मिलने पर नाराजगी जताते हुए खेलों से हट गए हैं.
जीशान का कहना है है पेस का नहीं होना काफी निराशाजनक है. हमारे लिए यह बड़ी क्षति है. वह पेशेवर खिलाड़ी है और यह उनका फैसला है. इस फैसले से उनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं खड़ा किया जाना चाहिए.’
डेविस कप के इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘मुझे यह भूलना होगा की पेस नहीं आ रहे है और डबल्स टीम को फिर से बनाने पर ध्यान देना होगा. इसमें कोई शक नहीं कि हमें पेस के अनुभव की कमी खलेगी. वह कोर्ट में युवाओं का मार्गदर्शन भी करते हैं.
पेस को सिंगल्स विशेषज्ञ रामकुमार रामनाथन या सुमित नागल में से किसी एक के साथ खेलना था.पेस की गैरमौजूदगी में डबल्स में सिंगल्स खिलाड़ियों की टीम ही उतरेगी जिसमें गुणेश्वरन भी शामिल हो सकते है.
इंचियोन में हुए पिछले एशियन गेम्स में भारत को टेनिस में एकमात्र गोल्ड मिक्स्ड डबल्स में मिला था लेकिन पेस की गैरमौजूदगी से इस बार की योजना बिगड़ती दिख रही है.
जीशान ने कहा कि पेस की गैरमौजूदगी में यह देखना होगा कि मिक्स्ड डबल्स उनकी जगह कौन उतरेगा.