अगले महीने इंडोनेशिया के शहर जकार्ता में शुरू होने वाले एशियन गेम्स में भारतीय दल में शामिल टीमों को लेकर मची उठापटक के बीच खेल मंत्रालय ने आईओए के बड़ी राहत दी है. इस मसले पर दखल देते हुए मंत्रालय ने आईओए से अपने सेलेक्शन मानदंडो में ढील देने की मंजूरी दे है ताकि कुछ औऱ एथलीट्स और टीमों को भारतीय दल में शामिल किया जा सके.
आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को लिखे पत्र में मंत्रालय ने कहा कि एशियाई खेलों में पदक जीतने या टॉप चार में रहने की संभावना होने पर एथलीटों को टीमों को मंजूरी दी जा सकती है.
आईओए ने कहा था कि उसने एशियाई खेलों के लिये भारतीय दल चुनते समय व्यक्तिगत इवेंट में टॉप छह और टीम वर्ग में टॉप आठ में रहने का मानदंड रखा था. आईओए ने यह मानदंड खेल मंत्रालय द्वारा 2015 में जारी किये गए सर्कुलर के आधार पर रखे थे.
मंत्रालय ने पत्र में लिखा है,‘ मंत्रालय ने एशियन गेम्स जैसे मल्टी स्पोर्ट्स आयोजनों में टीमों और खिलाड़ियों की एंट्री को लेकर यह दिशा निर्देश 10 मार्च 2015 को जारी किए थे. इसके बाद से विभिन्न तबकों से चिंताएं जताई जा रही हैं. कई योग्य खिलाड़ी और टीमें कई कारणों से इन दिशा निर्देशों पर खरे नहीं उतरने के कारण नहीं खेल पा रहे हैं.
इसमें कहा गया, ‘मंत्रालय का मानना है कि मेरिट के आधार पर नियमों में कुछ राहत दी जा सकती है ताकि ऐसे खेलों की टीमें और खिलाड़ी भी भाग ले सकें.’
मंत्रालय की इस चिट्टी के बाद जाहिक है अब भारतीय दल में एथलीट्स की संखया में इजाफा होगा लेकिन देखना होगा कि क्या फुटबॉल की टीम को इजाजत मिल पाती है या नही क्योंकि एशियन गेम्स के आयोजकों ने ड्रॉ का ऐलान कर दिया है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)